भारतीय महिला टीम के पूर्व कोच डब्ल्यूवी रमन (WV Raman) ने मंगलवार को स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) से संबंधित बड़ा बयान दिया है. आगामी महिला वनडे वर्ल्ड कप के (ODI World Cup) बाद टीम में बदलाव को लेकर पूर्व कोच का क्या कुछ कहना है इसके बारे में तो बताएंगे ही लेकिन, उससे पहले बता दें कि हाल ही में भारतीय टीम की ओपनर महिला खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट शतकीय पारी खेलकर चर्चाओं में आ गई है. सोशल मीडिया पर अभी भी फैंस और दिग्गज खिलाड़ी उनकी बल्लेबाजी तकनीकि की तारीफ कर रहे हैं.
ODI वर्ल्ड कप के बाद इस खिलाड़ी के हाथों सौंपी जाए टीम की कमान
दरअसल डब्ल्यूवी रमन का कहना है कि, ओपनर बल्लेबाज को भारतीय टीम की कप्तानी सौंप देनी चाहिए. 25 साल की इस महिला क्रिकेटर ने साल 2013 में डेब्यू किया था. जिसके बाद से ही वो टीम की अहम खिलाड़ियों में गिनी जाती हैं. इस बारे में कोच का मानना है कि, कप्तानी का उम्र से कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन, विश्वास है कि, वो टीम इंडिया की कप्तान हो सकती हैं. वह खेल को अच्छे से समझती हैं. वह सालों से क्रिकेट खेल रही हैं. बीते दिन ही उन्होंने डे-नाइट टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जड़ा है. ऐसा कारनामा करने वाली वो पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं.
इस बारे में बातचीत करते हुए कोट ने कहा कि,
"कप्तानी स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) को दी जा सकती है, मेरा जवाब बस यही है. विश्व कप के बाद कप्तानी में जो भी बदलाव होना चाहिए, उसके बारे में सोचा जाना चाहिए. चीजों को वैसे ही रहने दें और इसके लिए स्मृति एक अच्छी उम्मीदवार होंगी. इसमें कोई संदेह नहीं है. लेकिन, यह समय इस चीज का नहीं है क्योंकि टीम विश्व कप की तैयारी कर रही है. एक बड़े आयोजन में इतना बड़ा बदलाव करने का कोई मतलब नहीं है."
कप्तानी में नहीं आना चाहिए एज फैक्टर- रमन
इसी सिलसिले में आगे बात करते हुए उन्होंने ये भी कहा कि,
"विश्व कप के बाद मैं यह भी कहूंगा कि चाहें कुछ भी हो अगर हम विश्व कप जीतते हैं या टॉप-4 में खत्म करते हैं या परिणाम जो भी हो उस समय मुझे लगता है कि कप्तानी किसी और को सौंपने की जरूरत है. एज फैक्टर पैमाना नहीं होना चाहिए. आपको सुनिश्चित होना चाहिए कि वह इसे संभालने में सक्षम हैं या नहीं. जो कि मुझे लगता है कि वह इस जिम्मेदारी को उठा सकती हैं."
आखिर में कोच डब्ल्यूवी रमन ने यब बात भी कही कि,
"स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana)खेल को बहुत सही तरह से पढ़ती हैं और एक समय ऐसा भी आना चाहिए जब कप्तानी एक युवा क्रिकेटर को दी जानी चाहिए. ताकि आपके पास कुछ सालों (4 या 5 वर्ष) के अंतराल में किसी व्यक्ति की कप्तानी हो और फिर हम फैसला कर सकें. अभी उन्हें कप्तानी सौंपना सही नहीं होगा. क्योंकि हम विश्व कप से कुछ महीने दूर हैं."