भारतीय टीम के तेज़ गेंदबाज़ सिद्धार्थ कॉल (Siddharth Kaul) ने आईपीएल और डोमेस्टिक क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है. वह अपनी धीमी गति वाली गेंदों से किसी भी बल्लेबाज़ को अपने जाल में फंसा सकते हैं. सिद्धार्थ ने अपनी गेंदबाज़ी से सबको काफी प्रभावित किया है. उन्होंने विराट कोहली के साथ साल 2008 में अंडर 19 विश्वकप भी जीता था. लेकिन सिद्धार्थ को कभी-भी भारतीय टीम के लिए रेगुलर खेलने का मौका नहीं मिला है, जिसको लेकर इस गेंदबाज़ (Siddharth Kaul) ने दुख भी जताया है.
Siddharth Kaul का छलका दर्द
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ सिद्धार्थ कॉल (Siddharth Kaul) को आईपीएल और डोमेस्टिक क्रिकेट में अच्छा करने के बाद भी भारतीय टीम में इतना खेलने का मौका नहीं मिला. सिद्धार्थ ने भारतीय टीम को 3 वनडे और 3 T20I में रिप्रेजेंट किया है. उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 4 विकेट भी लिए हैं. सिद्धार्थ ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा है कि डोमेस्टिक क्रिकेट को भी आईपीएल जितनी वेल्यू मिलनी चाहिए. ऐसे में सिद्धार्थ कॉल ने स्पोर्ट्स यारी से बात करते हुए कहा कि,
"डोमेस्टिक क्रिकेट पैमाना होना चाहिए क्योंकि कुछ खिलाड़ी जो आईपीएल नहीं खेलते हैं उनका अच्छा प्रदर्शन होता है. वे किसी दौरे का हिस्सा नहीं बन पाते. मैं अभी क्वारंटीन हूं नहीं तो मैं रणजी ट्रॉफी खेल रहा होता. यदि आप मेरा पिछले साल का ट्रेक रिकॉर्ड देखेंगे तो मैंने पांच मैच खेले और 28 विकेट लिए. इनमें से तीन बार एक पारी में पांच विकेट और एक हैट्रिक शामिल थी. टर्निंग ट्रेक पर मैंने दो फाइव विकेट हॉल लिए. एक बार ऐसा हरी घास वाली पिच पर किया. फिर भी किसी ने ध्यान नहीं दिया. मैं इंडिया ए में भी नहीं चुना गया."
आईपीएल 2022 में इस टीम के लिए खेलेगा यह खिलाड़ी
सिद्धार्थ कौल को आईपीएल मेगा ऑक्शन 2022 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 75 लाख रूपये के बेस प्राइस में खरीदा था. इससे पहले यह खिलाड़ी कई साल तक आईपीएल में सनराइज़र्स हैदराबाद का प्रतिनिधित्व कर चुका है. वहीं साल 2014 में एक बार यह दिल्ली कैपिटल्स के लिए भी खेल चुके हैं. उन्होंने पिछले कुछ सालों से हैदराबाद के लिए गेंदबाज़ी करते हुए काफी प्रभावित किया है. सिद्धार्थ कॉल (Siddharth Kaul) ने इस बारे में ज़िक्र किया कि वह हमेशा अपना बेस्ट देने की पूरी कोशिश करेंगे चाहे नतीजा जो भी हो. उन्होंने कहा कि,
"मेरा काम प्रदर्शन करना है. यदि मैं ऐसा करता हूं तो मुझे संतोष रहेगा कि मैंने अपना काम किया. मुझे चुनना या नहीं चुनना सेलेक्टर्स का काम है. मैं यह जानकर खुश रहूंगा कि मैंने अपना काम किया. हां, अगर मैं ऐसा नहीं कर पाता हूं तब आलोचना करिए. मैं लगातार खेलता रहूंगा क्योंकि मैं टीम इंडिया में अपने खेल के दम पर ही चुना जाऊंगा.
मेरा कोई गॉडफादर नहीं है, न ही कई शुभचिंतक है जो मेरा पक्ष लेने को कहे. जब मैं प्रदर्शन कर रहा था तब किसी ने नहीं कहा कि सिद्धार्थ कौल को देखिए. मेरे बारे में कोई बात नहीं थी. मैंने अच्छा खेल दिखाया तब ही मुझे इंग्लैंड दौरे के लिए चुना गया था."