Shubman Gill: रणजी ट्रॉफी और आईपीएल में युवा भारतीय खिलाड़ी ज़बरदस्त प्रदर्शन कर अपना नाम बनाते हैं और भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अपनी दावेदारी पेश करते हैं. कुछ खिलाड़ी अपने प्रदर्शन के दम पर टीम में तो शामिल हो जाते हैं. लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वह कुछ खास नहीं कर पाते. जिसके चलते उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया जाता है.
ग़ौरतलब है कि भारत को ईशान किशन और शुभमन गिल (Shubman Gill) के रूप में दो ऐसे विस्फोटक खिलाड़ी मिले हैं जिन्होनें सिर्फ घरेलू क्रिकेट में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी अपनी प्रतिभा दिखाई है. पिछले डेढ़ महीने के अंतराल में ईशान किशन ने बांग्लादेश के खिलाफ तो शुभमन गिल ने बीते बुधवार को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दोहरा शतक जड़ा है.
दोनों खिलाड़ियों के बीच टीम में बतौर सलामी बल्लेबाज़ खेलने को लेकर अच्छी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है. लेकिन गिल के दोहरे शतक ने इस प्रकार की सभी चर्चाओं पर पूर्ण विराम लगा दिया कि उन्हें क्यों ईशान से ऊपर चुना जाना चाहिए. आइये इस लेख के माध्यम से जानते हैं 2 ऐसे कारणों के बारे में कि आखिर क्यों गिल (Shubman Gill) द्वारा जड़ा गया दोहरा शतक ईशान किशन के दोहरे शतक से बेहतर था.
1) मजबूत टीम के खिलाफ जड़ा दोहरा शतक
आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज़ ईशान किशन ने बांग्लादेश के खिलाफ दिसंबर 2022 में आखिरी वनडे मुकाबले में तूफानी दोहरा शतक जड़ा था. उन्होंने बांग्लादेश के गेंदबाज़ों की जमकर सुताई की थी.
वहीं शुभमन गिल (Shubman Gill) ने बीते बुधवार को हैदराबाद में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दोहरा शतक लाग्याय था. ऐसे में अगर बांग्लादेश और न्यूज़ीलैंड के टीम के गेंदबाज़ी क्रम की तुलना करें तो कीवी टीम की गेंदबाज़ी काफी ज़्यादा बेहतर है. इसलिए गिल की डबल सेंचुरी ईशान किशन से बेहतर थी,.
2) लगातार अंतराल पर गिर रहे थे विकेट
बांग्लादेश के खिलाफ जब आखिरी और तीसरे वनडे में ईशान किशन ने दोहरा शतक जड़ा था तो उनके साथ दूसरे छोर पर दिग्गज बल्लेबाज़ विराट कोहली खड़े थे. इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने भी उस मुकाबले में अपना शतक जड़ा था.
लेकिन अगर बात करें शुभमन गिल (Shubman Gill) की पारी की तो न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में गिल के अलावा कोई भी भारतीय बल्लेबाज़ बड़ी पारी नहीं खेल पाया. लगातार दूसरे एंड पर विकेट गिरती जा रही थी. ग़ौरतलब है कि शुभमन पिच पर डटे रहे और उन्होंने इसी के चलते अपना दोहरा शतक पूरा कर लिया. शुभमन के बाद पहले वनडे में सबसे ज़्यादा 34 रन भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने बनाए थे.