भारतीय टीम के युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill) ने बांग्लादेश के खिलाफ शनदार शतकीय पारी खेली. उन्होंने 152 गेंदों पर 112 रन बनाए. गिल की इस पारी में 10 चौके और 3 छक्के देखने को मिले. इसी के साथ उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला शतक जमा दिया. हालांकि इसके बावजूद भी गिल टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की नहीं कर पा रहे हैं. चलिए इस लेख के जरिए जानते हैं कि वह इन 3 कारणों की बजह से टीम इंडिया में अपना स्थान पक्का नहीं कर पा रहे हैं.
1. कप्तान रोहित शर्मा की हो सकती है वापसी
भारतीय टीम में इस समय सलामी बल्लेबाजों की भरमार है. हालांकि कप्तान रोहित शर्मा और केएल राहुल की मौजूगी में किसी ओर को ओपनिंग मिल पाना संभव नहीं है. बतौर कप्तान और उपकप्तान यह दोनों खिलाड़ी सीधे तौर पर टीम में अपनी जगह बनाते हैं, हालांकि बीते कुछ दिनों से केएल राहुल ने उम्मीद के मुताबिक रन नहीं बनाए हैं। लेकिन प्रबंधन उनके ऊपर से इतनी जल्दी भरोसा नहीं गंवाने वाला है।
ऐसे में बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में शतक जड़ने वाले शुभमन गिल (Shubman Gill) को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है. क्योंकि रोहित शर्मा इंजरी के चलते पहले टेस्ट में हिस्सा नहीं ले पाए थे. जबकि वह दूसरे मुकाबले में वापसी करते हैं तो गिल को बेंच गर्म करते हुए देखा जा सकता है.
2. रोहित-राहुल का हालिया रिकॉर्ड है शानदार
भारतय टीम के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल और कप्तान रोहित शर्मा काफी लंबे समय ले टीम इंडिया के लिए ओपनिंग कर रहे हैं. इन दोनों खिलाड़ियों के हालिया प्रदर्शन पर नजर डाले तो बेहद शानदार है.
पिछले साल इन दोनो खिलाड़ियों ने विदेशी सरजमीं पर 9 मैचों में एक साथ बल्लेबाजी करते हुए 57 की औसत से 513 रन बनाए हैं. ऐसे में शुभमन गिल (Shubman Gill) का टीम इंडिया में बने रह पाना मुश्किल नजर आ रहा है.
3. बार-बार मौका देने पर हुए फ्लॉप साबित
इस युवा खिलाड़ी को पिछले साल कई टेस्ट सीरीज में मौका दिया था. लेकिन बार-बार मौका दिए जाने पर शुभमन गिल (Shubman Gill) चयनकर्ताओं की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए थे. बाग्लादेश दौरे की इस शतकीय पारी को हटा दें तो वह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए.
वह सर्फ 6 टेस्ट पारियों में 91 रन क सर्वश्रेष्ठ पारी खेली पाए थे. इस दौरान उनके बल्ले से कोई फिफ्टी भी नहीं देखने को मिली. जबकि इंग्लैंड़ के खिलाफ भी उनका यही हाल देखने को मिला. जिसकी वजह से उनका टीम में चुना जाना थोड़ा मुश्किल बन जाता है.