भारतीय टीम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) अपनी बल्लेबाजी को लेकर काफी सुर्खिया बटोर रहे हैं. उन्होंने दूसरे मुकाबले में शानदार विस्फोट पारी खेली. दूसरे टी20 मैच मे श्रेयस अय्यर को 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया. अय्यर ने तूफानी पारी खेली. उन्होंने महज 44 गेंदों में 74 रन बना डाले. मैच के बाद अय्यर ने बताया कि वे किस तरह से बैटिंग कर रहे थे. वही उनके बल्ले से निकली शानदार पारी को देकर भारत के पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) भी मुरीद हो गये.
उनकी पारी आत्मविश्वास झलका: Sunil Gavaskar
श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने अपनी बल्लेबाजी से हर किसी को अपना दीवाना बना लिया. श्रेयस अय्यर बल्लेबाजी करते हुए बढ़िया फार्म में नजर आ रहे हैं. वो टीम इंडिया में शामिल होने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते. श्रेयस अय्यर को अभी तक टीम की तरफ से जितने मौके दिये गये हैं वो उन पर पूरी तरह खरे उतरे हैं. श्रेयस अय्यर की बढ़िया पारी खेली थी जिसपर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) की प्रतिक्रिया सामने आई हैं. उन्होंने कहा कि,
"श्रेयस अय्यर ने जिस तरह की पारी खेली, वह उनकी बल्लेबाजी की चतुराई को दिखाता है. जिस तरह से वह शॉट खेल रहे थे, उसमें साफ तौर पर उनका आत्मविश्वास झलक रहा था. उन्हें अपने कौशल पर भरोसा है. सबसे पहले उन्होंने स्ट्रेट ड्राइव लगाकर चौका बटोरा. इसके बाद वह साफ तौर पर बॉल को हवा में मार रहे थे. इससे कैच आउट होने के कम मौके होते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि फील्डर साइटस्क्रीन के सामने खड़ा नहीं होता. इसलिए जितना हो सके, सीधा खेलो. अगर गेंद हिलती है, तो वह बल्ले का किनारा लेकर इधर-उधर चली जाएगी."
श्रेयस अय्यर ने दी ये प्रतिक्रिया
श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने बताया कि वे किस तरह से बैटिंग कर रहे थे. उन्होंने मेहमान टीम के गेंदबाजों की चुनौतियों का सामना करते हुए 44 गेंदों में 74 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने बड़ी ही सूझबूझ के साथ बल्लेबाजी की. अगर वो इस दौरान अपना विकेट आसानी से गंवा देते तो टीम इंडिया को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता था, खैर भारत ने आसानी से मैच जीत लिया. मैच के बाद श्रेयस अय्यर ने अपनी बल्लेबाजी पर बड़ा रिक्शन दिया. उन्होंने कहा कि,
"जब मैंने पहली कुछ गेंदों का सामना किया, तो मुझे एहसास हुआ कि यह गेंद टर्न नहीं कर रही थी, इसलिए मुझे पता था कि मैं पैरों का इस्तेमाल कर सकता हूं, गेंद अच्छी तरह से आ रही थी, इसलिए मैं ऊंचे शॉट्स खेलने के लिए बाहर निकल सकता था. ईशान ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन जब वह आउट हुए तो संजू ने अच्छा साथ दिया और जब वह आउट हुए तो जड्डू भाई मैच खींच कर ले गए. मैं वास्तव में नहीं सोच रहा था (यह पूछे जाने पर कि क्या लाहिरू कुमारा को एक अतिरिक्त ओवर दिया जाना चाहिए था), मेरा ध्यान खुद पर और मौजूदा स्थिति पर केंद्रित था. यही हम हमेशा टीम मीटिंग में बात करते हैं"