श्रेयस अय्यर की किस्मत को लगी पनौती, 10 दिन के अंदर गंवाई दूसरी ट्रॉफी, इस सीरीज में जगह बनाने से भी चूके
Published - 13 Jun 2025, 04:26 PM | Updated - 13 Jun 2025, 04:33 PM

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Shreyas Iyer : पिछला साल श्रेयस अय्यर के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिहाज से अच्छा नहीं रहा। क्योंकि उन्हें टेस्ट टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया था। इतना ही नहीं, उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी हटा दिया गया था। लेकिन किस्मत उस वक्त अय्यर के हाथ में थी। क्योंकि वह डबल फॉर्मेट के घरेलू टूर्नामेंट में खेल रहे थे। वह ट्रॉफी जीतकर ला रहे थे।
आईपीएल से लेकर रणजी ट्रॉफी तक उन्होंने सब पर कब्जा कर लिया था। लेकिन किस्मत वाला यह खिलाड़ी महज एक साल में इतना बदकिस्मत हो गया कि 10 दिन में लगातार दो फाइनल हार गया।
Shreyas Iyer ने महज 10 दिन में दो ट्रॉफी गंवाई
मालूम हो कि श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने पंजाब किंग्स की कप्तानी करते हुए 3 जून को आईपीएल 2025 का फाइनल खेला था। इस दौरान उनका सामना आरसीबी से हुआ था। लेकिन इस दौरान उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। पंजाब किंग्स की तरफ से खेलते हुए अय्यर का फ्लॉप खेल भी देखने को मिला था। वह सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद अब 12 जून को यह मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज मुंबई टी20 लीग का फाइनल खेलने उतरा। लेकिन वहां भी उसे हार का सामना करना पड़ा।
मुंबई टी20 फाइनल भी हारा
आपको बता दें कि श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने मुंबई टी20 लीग में सोबो मुंबई फाल्कंस की कप्तानी की थी। उनकी कप्तानी में यह टीम सिर्फ एक बार हारी थी। इतने शानदार खेल के बाद हर कोई उम्मीद कर रहा होगा कि यह टीम फाइनल जीत सकती है। लेकिन मुंबई साउथ सेंट्रल मराठा रॉयल्स के खिलाफ उसे 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
एक बार फिर अय्यर के बल्ले से सिर्फ 12 रन निकले। पूरी टीम की बात करें तो उनकी टीम ने 20 ओवर में 157 रन बनाए। जवाब में मुंबई साउथ सेंट्रल मराठा रॉयल्स ने 5 विकेट रहते लक्ष्य हासिल कर लिया।
श्रेयस अय्यर ने पिछले साल यह ट्रॉफी जीती
इसी तरह श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) 10 दिन में दूसरा फाइनल हारने वाले कप्तान बन गए। गौरतलब है कि पिछले साल अय्यर ने एक साल के अंदर रणजी ट्रॉफी, आईपीएल 2024, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी जीती थी। इस साल की शुरुआत उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर टीम इंडिया के साथ की थी। उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट टीम इंडिया में भी मौका नहीं मिला है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि उनकी किस्मत ने साथ नहीं दिया है।