भारत-इंग्लैंड (INDvsENG) के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जा रहा है. तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर (shoaib akhtar) ने भारतीय टीम के युवा गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh krishna) को लेकर बड़ा बयान दिया है. दरअसल डोमेस्टिक क्रिकेट में अपनी शानदार गेंदबाजी से बीसीसीआई चयनकर्ताओं को प्रभावित करने वाले कृष्णा को पहली बार अंग्रेजी टीम के खिलाफ वनडे में 18 सदस्यीय टीम में चुना है.
कृष्णा की तारीफ अख्तर ने पढ़े जमकर कसीदे
सीरीज के पहले ही मुकाबले में कप्तान कोहली ने कृष्णा को डेब्यू करने का मौका दिया था. इंग्लैंड के खिलाफ गेंदबाजी करने उतरे तेज गेंदबाज कृष्णा काफी महंगे साबित हुए, लेकिन उन्होंने अचानक से जिस तरह से धमाकेदार वापसी की, उसने हर किसा का दिल जीत लिया.
वनडे डेब्यू मैच में ही में ही उन्होंने 4 विकेट लेकर इतिहास रच दिया. ऐसे में पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज शोएब अख्तर (shoaib akhtar) ने भी उनकी तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े हैं. हाल ही में अपने यूट्यूब चैनल पर प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh krishna) के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि,
'वह कृष्णा नहीं, करिश्मा हैं.' इंग्लैंड के बल्लेबाजों के हाथों पिटाई होने के बाद भी जिस तरीके से उन्होंने मुकाबले में वापसी की और 4 विकेट चटकाए, वो वाकई किसी बड़े चमत्कार से कम नहीं है.'
लगातार धुनाई के बाद वापसी करना चमत्कार से कम नहीं- अख्तर
दिलचस्प बात तो यह है कि, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू करने वाले पहले कि प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh krishna) पहले ऐसे गेंदबाज बन गए हैं, जिन्होंने 4 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया है. ऐसे में कृष्णा के परफॉर्मेंस को देख अब शोएब अख्तर (shoaib akhtar) भी उनके कायल हो गए हैं.
इस बारे में बात करते हुए अख्तर ने अपने आगे के बयान में कहा कि,
'लगातार रन लुटाने के बाद भी एक तेज गेंदबाज के तौर पर वापसी करने के लिए आपको अपना एटीट्यूड बरकरार रखना पड़ता है. लेकिन जिस तरह से उन्होंने 4 विकेट चटकाए हैं, वो वाकई काफी शानदार था.'
पेस को कम न करने के साथ विकेट लेने पर रखें ध्यान
आगे गेंदबाजी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शोएब अख्तर (shoaib akhtar) ने ये भी कहा कि,
'जब आप लगातार रन लुटा रहे हों तो सिर्फ इस बात का ख्याल रखें कि, अपनी पेस को किसी भी तरह से कम न होने दें और विकेट पर नजर गड़ाए रहें, और बॉल को वहीं पर फेंकने का प्रयास करें. आप यही करें, जब कुछ समझ ना आए कि क्या करना चाहिए. ऐसे में अपनी सबसे हाइ स्पीड पर मुकाबले को फिनिश करें.'