शोएब अख्तर ने अपनी गति बढ़ाने के लिए की खास ट्रेनिंग, टायर-गाड़ी से लेकर ट्रक तक खींचा, सुनाई कहानी
Published - 21 May 2022, 03:04 PM

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Shoaib Akhtar: सनराइज़र्स हैदराबाद के तेज़ तर्रार गेंदबाज़ उमरान मलिक आईपीएल 2022 में अपनी तेज़ गति की गेंदबाज़ी से सबका दिल जीत रहे हैं. हर कोई उनका टीम इंडिया में खेलने का समर्थन कर रहा है. उन्होंने सिर्फ तेज़ गेंदबाज़ी ही नहीं की बल्कि कई महत्वपूर्ण विकेट भी अपने नाम किए हैं. ऐसे में लोग उनकी तुलना पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख्तर से करने लगे जिनके नाम विश्व की सबसे तेज़ गेंद डालने का रिकॉर्ड है. ऐसे में शोएब (Shoaib Akhtar) ने खुद इस बात का खुलासा किया कि वह इतनी तेज़ गेंद कैसे डाल पाते थे.
Shoaib Akhtar ने किया बड़ा खुलासा
आपको बता दें कि रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर पाकिस्तान के पूर्व घातक तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) 2003 के विश्वकप में लगातार तेज़ गति से गेंदबाज़ी कर रहे थे. वहीं इस बीच उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ क्रिकेट की सबसे तेज़ गेंद 161.3 KMPH की रफ़्तार से फेंक डाली. इसी को लेकर अब अख्तर ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि वह कैसे इतनी तेज़ गेंदबाज़ी कर पाते थे. शोएब ने कहा,
"जब आप एक गेंदबाज़ के रूप में 155 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार छूते हैं, तो याद रखें कि आपके अंदर 5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार और है. हालांकि, अपनी गेंदबाज़ी में उस अतिरिक्त गति को जोड़ने के लिए अलग तरह के ट्रेनिंग की आवशयकता होती है."
उन्होंने आगे कहा,
"इससे पहले कि मैं 100 मील का रिकॉर्ड तोड़ता, मैं 157-158 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से गेंदबाज़ी कर रहा था, लेकिन मैं 160 तक नहीं पहुंच पा रहा था. मैं उसी पर थोड़ा चकित था, सोच रहा था कि ऐसा क्यों नहीं हो रहा है."
"मैं ट्रक को 4-5 मील तक खींचता था"
घातक तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने बताया कि उन्होंने अपनी गति बढ़ाने के लिए किस तरह से मेहनत की है. उन्होंने अपनी गेंद की रफ्तार में इज़ाफ़ा करने के लिए एक खास तरह की ट्रेनिंग की है. शोएब ने बताया कि उन्होंने टायरों से लेकर ट्रक तक को बांधकर खींचा है. शोएब ने बताया,
"मैंने टायरों के साथ दौड़ना शुरू किया लेकिन जल्द ही महसूस किया कि वे हल्के हैं. इसके बाद, मैंने अपने कंधो से छोटे वाहनों को खींचना शुरू किया. इस्लामाबाद में जनता कम है., इसलिए मैं रात में वाहन खींचता था. मैं अपने रन-अप की गति के साथ इसकी गति का मिलान करता था. मुझे एहसास हुआ कि गाड़ी भी छोटी है, इसलिए मैंने ट्रक खींचना शुरू किया. मैं ट्रक को 4-5 मील तक खींचता था."
"तुम हमें मार डालोगे, तुम इतनी तेज़ गेंदबाज़ी कर रहे हो"
शोएब अख्तर ने अपने बयान में इस बात का भी ज़िक्र किया कि जब वह 2003 के विश्वकप के दौरान नेट्स में बल्लेबाज़ों को गेंदबाज़ी करते थे, तो वह कहते थे कि तुम इतनी तेज़ गेंदबाज़ी कर रहे हो कि मार ही डालोगे. अख्तर (Shoaib Akhtar) ने बताया,
"जब मैंने 26 गज की पट्टी पर गेंदबाज़ी की तो मेरी गति घटकर 142-143 किलोमीटर प्रति घंटे हो गई. लेकिन मेरा लक्ष्य 26 गज़ की सतह पर १५०किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार छूने का रहा. 2003 विश्व कप के दौरान जब मैंने नेट्स में गेंदबाज़ी की थी तो बल्लेबाज़ मुझ से कह रहे थे- ' तुम हमें मार डालोगे, तुम इतनी तेज़ गेंदबाज़ी कर रहे हो. आपने अपनी गति को इतना बढ़ाने के लिए क्या किया है?' तव मैंने कहा- मेहनत"
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