पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेजतर्रार गेंदबाज शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने अपने करियर के दौरान सभी प्रारूपों में जबरदस्त सफलता हासिल की। लेकिन वह अपनी टीम के लिए वर्ल्ड कप 1999 की ट्रॉफी नहीं जीत पाए। पाक टीम लॉर्ड्स में हुए फाइनल मैच में हार गई थी। जिसके बाद हाल ही में 46 वर्षीय पेसर ने स्पोर्ट्सकीड़ा के यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए बताया है कि जब भी वह उस स्थान पर जाते हैं तो उन्हें हमेशा दुख होता है।
Shoaib Akhtar को नहीं था Lords's में खेलना पसंद
ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर खेलना किसी भी क्रिकेटर के लिए एक विशेष अवसर होता है। हालांकि, शोएब अख्तर ने स्पोर्ट्सकीड़ा के यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए बताया है कि जब भी वह उस स्थान पर जाते हैं तो उन्हें हमेशा दुख होता है। साथ ही उन्होंने 1999 वर्ल्ड कप को याद किया और कहा कि उन्हें लॉर्ड्स में खेलने से बुरे सपने आते थे। रावलपिंडी एक्स्प्रेस बोला,
"1999 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की टीम दूसरी टीमों के मुकाबले काफी ज्यादा अच्छी थी। पाकिस्तान का कोई मुकाबला ही नहीं था। हालांकि इतनी अच्छी टीम होने के बावजूद हम दो मैच हार गए। एक फाइनल मुकाबला हारे और एक मैच भारत से हार गए। हमारा हारने का चांस ही नहीं बनता था लेकिन दुर्भाग्य से हमें हार का सामना करना पड़ा।"
"फाइनल में हम इस तरह धराशायी हुए कि उसकी यादें अभी भी ताजा हैं। मुझे अभी भी उसके बुरे सपने आते हैं। जब भी मैं लॉर्ड्स में खेलने गया, खुश नहीं रहा क्योंकि मुझे पता था कि हम यहां पर फाइनल हारे थे।"
1999 वर्ल्ड कप में सितारों से सजी हुई थी पाकिस्तान टीम
शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने आगे बातचीत करते हुए कहा कि
"हम सभी को हराकर फाइनल में पहुंचे थे। मैं किसी की बेज्जती नहीं करना चाहता हूँ लेकी टैलेंट के मामले में पाकिस्तान से आगे कोई नहीं था। हमने पूरे टूर्नामेंट में दो मैच के अलावा एक भी मुकाबला नहीं हारा। हम सिर्फ भारत के खिलाफ और फाइनल में हारे। "
अपकी जानकारी के लाइट बता दें कि 1999 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान टीम सितारों से सजी हुई थी। पाकिस्तान टीम में वसीम अकरम, अजहर महमूद, अब्दुल रज्जाक, सकलैन मुश्ताक और शोएब अख्तर जैसे दमदार खुलड़ी शामिल थे। हालांकि, ऐसी टीम के साथ भी पाकिस्तान लॉर्ड्स में हुए फाइनल मैच में हार गई। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने पाक टीम को एक रन से मात देकर ट्रॉफी अपने नाम की।