शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के नेतृत्व में नई टीम श्रीलंका (SL) का सामना करने के लिए पूरी तैयारी कर चुकी है. दोनों देशों के बीच 18 जुलाई से वनडे श्रृंखला की शुरूआत होगी. ऐसे में कप्तान का कहना है कि, एक लीडर का काम सभी को एकसाथ और मानसिक तरीके से सही स्थिति में रखना है. एकदिवसीय सीरीज के बाद भारतीय टीम 3 मैचों की टी-20 श्रृंखला खेलेगी. ऐसे में टीम के मेजबान ने राहुल द्रविड़ को लेकर भी काफी ज्यादा तारीफ की है.
कप्तान बनना मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि
कप्तानी पर बयान देते हुए उन्होंने कहा कि,
'यह मेरे लिए बड़ी उपलब्धि है कि मैं भारतीय टीम का कप्तान बना हूं. एक लीडर के रूप में सबसे जरूरी यह है कि सभी खुश होकर और एकसाथ रहें. हमारे पास खिलाड़ियों का एक अच्छा ग्रुप है. बहुत अच्छा सहयोगी स्टाफ है और हमने पहले भी एक साथ काम किया है'.
हाल ही में शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने इस बारे में स्टार स्पोर्ट्स के शो 'फॉलो द ब्ल्यूज' पर कहा कि,
''पूर्व दिग्गज बल्लेबाज राहुल भाई के साथ मेरा रिश्ता बहुत अच्छा है. जब मैंने रणजी ट्रॉफी खेलना शुरू किया तो मैं उनके खिलाफ खेला और तभी से उन्हें जानता हूं. जब मैं भारत ए की ओर से खेला था तो मैं कप्तान था और वे कोच थे इसलिए बातचीत होती थी."
राहुल भाई से मेरी अच्छी बॉन्डिंग है- कप्तान
इस सिलसिले में आगे बातचीत करते हुए शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने कहा कि,
'जब वो (Rahul Dravid) एनसीए (नेशनल क्रिकेट अकादमी) के निदेशक बने तो हम तकरीबन 20 दिन के लिए वहां जाते थे. इस वजह से काफी सारी बातचीत होती थी. और अब हमारे बीच अच्छे रिश्ते हैं. अब हमें 6 मैच एक साथ खेलने का मौका मिला है. इसलिए काफी मजा आएगा और मुझे लगता है कि हम सभी एक साथ अच्छा प्रदर्शन करेंगे.'
श्रीलंका दौरे के लिए चुनी गई टीम में चयनकर्ताओं ने रुतुराज गायकवाड़ और चेतन सकारिया जैसे कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया है. जिन्होंने अभी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू तक भी नहीं किया है. ऐसे में धवन का कहना है कि, वो चाहते हैं कि, ये सभी युवा खिलाड़ी अपने इस सफर का आनंद उठाएं.
युवाओं के सपने पूरे होते देख मैं बहुत खुश हूं- कप्तान
उभरते खिलाड़ियों के बारे में शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने कहा कि,
‘‘टीम में युवाओं के होने और उनके सपने को हकीकत में बदलते हुए देखकर बेहद खुश हूं. ये बहुत बड़ी बाच है कि, ये युवा अपने शहरों से कुछ सपने लेकर निकले और उनके सपने अब हकीकत में बदल रहे हैं.और अब उन्हें उस सफर का आनंद उठाना चाहिए जिसने उन्हें टीम इंडिया में जगह दिलाई.’’
साथ ही कप्तान ने ये भी कहा कि, टीम के सीनियर और युवा खिलाड़ी दोनों एक दूसरे से बहुत कुछ सीखेंगे.