भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को जिम्बाब्वे दौरे से पहले एन मौके पर कप्तानी से हटाए जाने के बाद बीसीसीआई की जमकर आलोचना हो रही है। जिम्बाब्वे के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज के लिए जब टीम इंडिया का ऐलान किया गया तो शिखर धवन को टीम की कमान सौंपी गई थी। लेकिन पिछले हफ्ते केएल राहुल (KL Rahul) के फिटनेस प्रशिक्षण में सफल होने के बाद उन्हें टीम के साथ बतौर कप्तान जोड़ दिया गया। बोर्ड के इस फैसले पर भारतीय दिग्गजों ने सवाल खड़े किए हैं, जिसमें अब मोहम्मद कैफ का नाम भी शामिल हो गया है।
Shikhar Dhawan से एन मौके पर छीनी गई कप्तानी
केएल राहुल चोटिल होने के चलते एक लंबे अंतराल से टीम इंडिया से बाहर थे। हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज में पहले उनका चयन किया गया। लेकिन कोरोना के चलते वे कैरिबियाई देश नहीं जा पाए। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि दायें हाथ के बल्लेबाज संभवतः एशिया कप 2022 में ही वापसी करेंगे।
जिम्बाब्वे दौरे के लिए जब टीम का ऐलान किया गया तो उसमें भी केएल राहुल का नाम नहीं था। लेकिन पिछले हफ्ते बीसीसीआई की ओर से सूचना जारी करते हुए बताया कि 28 वर्षीय राहुल पूरी तरह फिट हो गए हैं और जिम्बाब्वे में टीम इंडिया की कमान संभालने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
मोहम्मद कैफ ने बीसीसीआई पर उठाए सवाल
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के इस तरह शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को कप्तानी से हटाए जाने के बाद अचानक केएल राहुल को कप्तान बनाना फैंस समेत कई दिग्गजों को भी खटक रहा है। हाल ही में फर्स्ट पोस्ट के माध्यम पर दिए गए एक इंटरव्यू में टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ (Mohammed Kaif) ने शिखर (Shikhar Dhawan) के पक्ष में बयान देते हुए कहा कि एन मौके पर उनकी कप्तानी ले लेना अच्छा नहीं था। कैफ ने कहा,
"कप्तानी में बदलाव टाला जा सकता था। हो सकता है कि केएल राहुल की मेडिकल रिपोर्ट देर से आई हो, लेकिन अगर भारत धवन के नेतृत्व में यह सीरीज खेलता, जैसा कि शुरू में घोषणा की गई थी, मुझे नहीं लगता कि इससे केएल राहुल परेशान होते। अगर किसी को कप्तान के रूप में घोषित किया गया है, तो उसे कप्तान के रूप में रहना चाहिए।"