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शिखर धवन (Shikhar Dhawan) टीम इंडिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से बड़ी से बड़ी टीमों के गेंदबाजी क्रम की धज्जियां उड़ाई है। तीनों फॉर्मेट में उनका बल्ला जमकर गरजा है। एक समय पर वह भारतीय टीम के बल्लेबाजी क्रम की रीढ़ की हड्डी हुआ करते थे।
लेकिन अब उनके लिए टीम में जगह बनाना काफी मुश्किल हो गया है। पिछले दो सालों से वह भारत की जर्सी में नजर नहीं आए हैं। दो जिगरी दोस्तों की वजह से शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को टीम में अपनी जगह गंवानी पड़ी है।
दो जिगरी दोस्तों की वजह से बर्बाद हुआ Shikhar Dhawan का करियर
- भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन ने अपने धमाकेदार प्रदर्शन से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जो मुकाम हासिल किया है, वह हर खिलाड़ी का सपना होता है। उन्होंने अपनी तूफ़ानी बल्लेबाजी से टीम इंडिया के लिए कई मैच जीते हैं।
- इसलिए उन्हें भारतीय टीम का स्तम्भ भी माना जाता था। लेकिन पिछले दो सालों से उन्हें भारत के लिए एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला है। भारतीय चयनकर्ता उन्हें बिल्कुल ही दरकिनार कर दिया है।
- शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के टीम इंडिया से बाहर होने का जिम्मेदार दो जिगरी दोस्तों को ठहराया जा रहा है। क्रिकेट फैंस का कहना है ये इन दोनों खिलाड़ियों के कारण गब्बर के लिए टीम में जगह बनाना मुश्किल हो गया है।
Shikhar Dhawan के लिए टीम जगह बनाना हुआ मुश्किल
- दरअसल, भारतीय युवा बल्लेबाज ईशान किशन और शुभमन गिल की टीम इंडिया में एंट्री के बाद शिखर धवन (Shikhar Dhawan) का पत्ता कट गया है। इन दोनों बल्लेबाजों ने अपने धमाकेदार प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है।
- बतौर ओपनर शुभमन गिल और ईशान किशन कमाल के साबित हुए हैं। रोहित शर्मा के साथ मिलकर दोनों ही खिलाड़ियों ने भारत के लिए अहम पारियां खेली।
- इसके चलते इन दोनों जिगरी दोस्तों ने टीम में अपनी जगह पक्की कर ली और शिखर धवन को बाहर होना पड़ा। ईशान किशन की तेजतर्रार बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग स्किल्स ने भारत के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना दिया है।
जल्द करेंगें संन्यास का ऐलान
- वहीं, शुभमन गिल की तकनीकी और निरंतरता ने उन्हें भारतीय टीम में स्थायी जगह दिला दी है। ऐसे में शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को अब मौका मिलना बहुत मुश्किल है।
- इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि शिखर धवन जल्द ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सकते हैं। भारत के लिए 269 मुकाबलों में उन्होंने 10867 रन जड़ें हैं।
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