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आईसीसी टूर्नामेंट में धमाल मचाने वाले भारतीय खूंखार बल्लेबाज शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। शनिवार सुबह एक वीडियो शेयर कर उन्होंने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर सनसनी मची हुई है।
इस बीच शिखर धवन के एक बयान ने सुर्खियों बटोर ली है। इंटरव्यू में बात करते हुए उन्होंने उस कप्तान का नाम बताया जिसने उनके (Shikhar Dhawan) करियर को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। हैरान करने वाली बात ये है कि ये कप्तान न तो रोहित शर्मा हैं और न ही विराट कोहली।
Shikhar Dhawan ने इस कप्तान को कहा धन्यवाद
- इसमें कोई दो राय नहीं है कि शिखर धवन भारतीय क्रिकेट टीम के धाकड़ बल्लेबाज हैं। लेकिन पिछले दो साल से उन्हें बुरी दौर से गुजरना पड़ा था। भारतीय चयनकर्ताओं ने उन्हें पूरी तरह नजरअंदाज कर बड़े टूर्नामेंट से भी बाहर किया।
- एशिया कप और वर्ल्ड कप के साथ-साथ उन्हें एशिया गेम्स में भी मौका नहीं दिया गया। इसकी वजह से बीसीसीआई को काफी ट्रोल भी किया गया था।
- टीम में वापसी के लिए दो साल के इंतजार के बाद शिखर धवन ने 24 अगस्त को संन्यास का ऐलान कर दिया है। उनके रिटायरमेंट से क्रिकेट फैंस को तगड़ा झटका लगा है।
Shikhar Dhawan आए इस खिलाड़ी की तरीफ़ों के कसीदे पढ़ते नजर
- वहीं, अब शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसने सनसनी मचा दी है। उन्होंने उस कप्तान के नाम का खुलासा किया जिसकी वजह से वह अपने करियर को आगे बढ़ाने में सफल रहे।
- गब्बर ने विराट कोहली और रोहित शर्मा को अनदेखा कर पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी को अपने शानदार करियर का क्रेडिट दिया है। हिंदुस्तान टाइम्स से संन्यास के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया,
- "2015 विश्व कप से पहले जब मैं खराब फॉर्म से गुजर रहा था, तब माही भाई ने मेरा बहुत साथ दिया और मैं अपने कप्तान धोनी भाई का आभारी हूं."
Shikhar Dhawan ने किया अपने डेब्यू टेस्ट मैच को याद
- शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने एमएस धोनी की तारीफ में कहा कि, "उसने मैदान पर शांत रहना सीखा है. रोहित से मैंने टीम को एकजुट करना सीखा और विराट से मुझे अनुशासन सीखने को मिला है."
- '2013 में टेस्ट डेब्यू पर मोहाली में मैंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 187 रन बनाए थे. जब मैंने 85 गेंदो पर शतक लगाया तो मुझे अंदाजा नहीं था कि मैंने डेब्यू में टेस्ट में सबसे तेज शतक का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिया है."
- मैं बस खुश था कि भारतीय टीम में मेरी जगह पक्की कर दी है. इसके बाद 2019 वनडे वर्ल्ड कप में ओवल के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई पारी भी सबसे यादगार है.
- "पैट कमिंस की गेंद हाथ पर लगी और उंगली टूट गई. मैं तब 25 रन के स्कोर पर खेल रहा था.मैंने बस एक पेन किलर गोली खाई और बल्लेबाजी जारी रखी. मैंने उस पारी में 10 गेंदो पर 117 रन बनाए और मैन ऑफ द मैच रहा।