IND vs NZ: भारतीय क्रिकेट टीम इस समय बदलाव के दौर से गुजर रही है। जिसके चलते युवा खिलाड़ियों को मौका देकर भविष्य को मजबूत करने की कवायद जारी है। इस दौरान टीम इंडिया को उमरान मलिक, ईशान किशन और शुभमन गिल जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी मिले हैं। इसी बीच युवा खिलाड़ियों के लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के चलते दिग्गजों को टीम में अपनी जगह बचना मुश्किल होता जा रहा है। हाल ही में बीसीसीआई की ओर से न्यूज़ीलैंड के खिलाफ आगामी वनडे और टी20 सीरीज के लिए टीम का ऐलान कर दिया गया है। जिसमें एक ऐसे खिलाड़ी को मौका नहीं दिया गया है जो कुछ महीने पहले भारतीय टीम का अभिन्न अंग थे।
खत्म होने की कगार पर पहुंचा इस खिलाड़ी का करियर
दरअसल, टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (Shikhar Dhawan) की बात कर रहे हैं। बीते कुछ महीनों से भारत का मुख्य दल टी20 विश्वकप 2022 के चलते टी20 मुकाबले खेलने में व्यस्त था। ऐसे में वनडे फॉर्मेट में शिखर धवन कप्तानी करते हुए नजर आए थे। लेकिन बांग्लादेश दौरे पर वनडे सीरीज में उन्होंने आखिरी बार टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया। जिसके तीनों मुकाबलों में वह बुरी तरह से फेल हुए। वहीं आखिरी मैच में उनके साथी रहे ईशान किशन ने दोहरा शतक जड़कर अपनी टीम में जगह पक्की कर ली।
शुभमन-ईशान ने छीनी जगह
हालांकि इससे पहले भी शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को शुभमन गिल से अपनी जगह बनाने का खतरा पैदा हो गया था। साल 2022 में इस दिग्गज ने 22 पारियों में सिर्फ 34 के औसत के साथ 688 रन बनाए, इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी महज 74 का रहा जो की खेल की बदलती प्रवर्ती से बिल्कुल मेल नहीं खाता। दूसरी ओर शुभमन गिल ने 12 पारियों में 70 की औसत और 102 के बेहतरीन स्ट्राइक रेट के साथ 638 रन अपने खाते में जोड़े।
ऐसे में टीम प्रबंधन का झुकाव सलामी बल्लेबाज के तौर पर गिल की ओर बढ़ने लगा और शिखर (Shikhar Dhawan) के करियर पर खतरे के बादल मंडराने लगे। लेकिन उनकी उम्मीदों के ताबूत में आखिरी कील ईशान किशन के दोहरे शतक से लग गई। श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज से उनका पत्ता साफ हो गया था। वहीं अब न्यूज़ीलैंड वनडे सीरीज में भी उनको शामिल नहीं करना साफ तौर पर संकेत है कि टीम प्रबंधन ने पूरी तरह से अब उनसे मुंह मोड़ लिया है।
ऐसा रहा Shikhar Dhawan का करियर
बात की जाए शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के इंटरनेशनल करियर की तो उन्होंने 167 वनडे, 68 टी20 और 34 टेस्ट मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने क्रमश: 6793, 1759 और 2315 रन बनाए हैं। उनके करियर की खास उपलब्धियों में चैंपियंस ट्रॉफी 2013 चैंपियन बनना है जिसमें वह प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए थे। शिखर धवन को हमेशा ही विराट कोहली और रोहित शर्मा के साथ ही साल 2014 से 2019 तक टीम इंडिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक रहे थे।