Sheikh Rasheed: बुधवार को आंध्र प्रदेश में भारतीय अंडर-19 टीम के उपकप्तान Sheikh Rasheed की मुलाक़ात आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी से हुई। Sheikh Rasheed ने अंडर-19 एशिया कप और अंडर-19 वर्ल्ड कप में पांचवीं बार भारत को जीत दिलवाने में अहम भूमिका निभाई थी। अंडर-19 भारतीय क्रिकेट टीम के उप कप्तान Sheikh Rasheed को आंध्रप्रदेश पुलिस विभाग में नौकरी का आश्वासन दिया गया है।
10 लाख रुपये का मिला ईनाम
बुधवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने अंडर-19 के उपकप्तान Sheikh Rasheed को अंडर-19 एशिया कप और अंडर-19 वर्ल्ड कप में पांचवीं बार भारत को जीत दिलवाने में अहम भूमिका निभाने के लिए बधाई दी। साथ ही मुख्यमंत्री ने रशीद को गुंटूर में में एक घर और सब-इंस्पेक्टर की नौकरी देने का वादा किया। मुख्यमंत्री ने Sheikh Rasheed को 10 लाख रूपये का ईनाम भी दिया।
Sheikh Rasheed ने मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी से उनके कैंप कार्यालय में मुलाकात की, जहां उन्हें 10 लाख रुपये का चेक सौंपा गया। गुंटूर जिले के रहने वाले रशीद अंडर-19 टीम के अहम सदस्य रहे हैं, जिसने पहले एशिया कप जीता था। इस अवसर पर खेल मंत्री एम श्रीनिवास राव, गृह मंत्री एम सुचरिता, आंध्र क्रिकेट संघ और आंध्र प्रदेश के खेल प्राधिकरण के अधिकारी भी उपस्थित थे।
Sheikh Rasheed और यश ढुल हैं गहरे दोस्त
अन्डर-19 वर्ल्ड कप खिताब जीतने के बाद जब वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई तब अन्डर-19 टीम की कप्तान यश धुल ने बताया कि उनकी शेख रशीद से दोस्ती कितनी गहरी है। धुल ने कहा,
“शेख रशीद मेरे खास दोस्त हैं, हम रोज साथ में डिनर करते हैं। जब हम फाइनल में बल्लेबाजी कर रहे थे तो हमारे बीच यही बात हुई थी कि मैच को आखिर तक लेकर जाना है और फिर 5-7 ओवर पहले मैच खत्म कर देंगे। हालांकि, हम आउट हो गए।"
मैदान पर देते रहे रशीद सुझाव
Sheikh Rasheed की प्रतिभा का एक नमूना अंडर-19 वर्ल्ड के सेमीफाइनल में नजर आया। एंटीगा में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने शानदार 94 रन की पारी खेली। भारत ने उनकी पारी और कप्तान यश ढुल की सेंचुरी की मदद से 290 का बड़ा स्कोर बनाया। और आखिर में 96 रन से जीत हासिल कर लगातार चौथी बार फाइनल में जगह बनाई। आगे ढुल ने कहा,
"निशांत सिंधु ने अच्छी बल्लेबाजी की। मैदान में, रशीद मुझे सुझाव देते रहे। इससे मुझ पर दबाव कम हुआ और मैं खुलकर खेल सका। इतना ही नहीं, इसने मुझे यह विश्वास भी दिलाया कि मैं सही फैसले ले रहा हूं।”