चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व सलामी बल्लेबाज शेन वॉटसन (Shane Watson) ने रवींद्र जडेजा की कप्तानी पर बड़ा बयान दिया है. पिछले एक महीने में जडेजा के साथ कई नई चीजे घटी हैं. आईपीएल 2022 शुरू होने से पहले उन्हें चेन्नई का कप्तान बना दिया गया. जिसके बाद उनकी कप्तानी में टीम को लगातार कई मैचों में हार का सामना करना पड़ा. हालांकि इसके बाद जडेजा ने दोबारा धोनी को कप्तानी सौंप दी. जब तक ये अनाउंसमेंट हुई तब देरी हो चुकी थी और चेन्नई का प्लेऑफ का सफर भी लगभग खत्म होने के कगार पर था. लेकिन, अब उनकी कप्तानी जाने के बाद शेन वॉटसन ने अपना पक्ष रखा है.
Shane Watson ने जडेजा के लिए दिखाई सहानुभूति
शेन वॉटसन (Shane Watson) ने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाई है. उन्होंने काफी समय सीएसके लिए खेला, वहीं उन्होंने अपनी दमदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी से टीम को कई मैच जिताए. वह जानते है कि सीएसके के पूर्व कप्तान रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) कप्तानी संभालने के बाद प्रेशर में आ गए थे. हालांकि जडेजा कप्तानी छोड़ने के बाद कहा था कि वह अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देना चाहते हैं. वहीं अब उनकी कप्तानी पर शेन वॉटसन (Shane Watson) ने द ग्रेड क्रिकेटर' पॉडकास्ट पर बोलते हुए कहा,
'जब मैंने शुरू में सुना था कि जडेजा कप्तानी करने जा रहे हैं, तो मैं हैरान रह गया था! क्योंकि हर कोई जानता है कि एमएस धोनी का मैदान पर जिस तरह का सम्मान और आभा है, जडेजा के लिए यह हमेशा मुश्किल होने वाला था, चाहे कुछ भी हो. अंत में मुझे जडेजा के लिए थोड़ा दुख है, क्योंकि वह एक महान क्रिकेटर हैं और केवल बेहतर हो रहे हैं.'
रवींद्र जडेजा ने गंवाया मौका
सीएसके के पूर्व कप्तान रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के पास एक सुनहरा मौका था. अगर वह सही ढंग से अपनी कप्तानी में सीएसके को आगे ले जाते तो, फ्रैंचाइजी की तरफ से परमानेंट धोनी की जगह कप्तान बनाया जा सकता था. लेकिन, वह फ्रैंचाइजी की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके और सीजन खत्म होने से पहले हथियार डाल दिए. इस पर शेन वॉटसन (Shane Watson) ने बात करते हुए कहा कि,
'भले ही जडेजा से कहा गया था कि वह संभावित रूप से पदभार संभालेंगी. लेकिन चीजें बदल जाती हैं. अगर एमएस खेलना चाहते हैं, तो वह जो चाहें कर सकते हैं. उन्होंने सीएसके को एक और चैंपियनशिप तक पहुंचाया है. साथ ही उनके पास उनकी बल्लेबाजी साबित करने के लिए एक प्वाइंट था और उन्होंने इस सीजन में दिखाया. पूरी फ्रेंचाइजी एमएस के इर्द-गिर्द बनी है, चाहे वह सिर्फ नेतृत्व संरचना हो, टीम की गतिशीलता हो. वह फ्रैंचाइज़ी का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति हैं.'
उनके इस बयान से साफतौर पर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता कि लगातार हार मिलने के बाद जडेजा पर काफी दबाव था. जिसका असर उनके प्रदर्शन पर भी दिख रहा था.