Shane Watson: मार्च की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खूंखार गेंदबाज के निधन के बाद से ही सभी क्रिकेट दिग्गज उनको अपने-अपने तरीके से श्रद्धांजली देते हुए नजर आ रहे हैं। इसी बीच अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर और दिल्ली कैपिटल्स के सहायक कोच शेन वॉटसन (Shane Watson) ने बुधवार को एमसीजी (MCG) में शेन वॉर्न (Shane Warne) के राजकीय अंतिम संस्कार से पहले कहा कि वह अभी तक क्रिकेट के दिग्गज के निधन से उबर नहीं पाए हैं।
Shane Watson ने शेन वॉर्न के लिए कही यह बात
शेन वॉटसन ने कहा कि वॉर्न को अपनी टीम के प्रत्येक व्यक्ति पर विश्वास था और उस सकारात्मक दृष्टिकोण ने राजस्थान रॉयल्स को 2008 में आईपीएल खिताब जीतने में मदद की। शेन वॉटसन (Shane Watson) ने कहा,
"मैं बहुत भाग्यशाली था, जैसे रिकी पोंटिंग मेरे लिए थे। वहीं, शेन वॉर्न मेरे लिए एक प्रकार के सलाहकार थे। 20 साल की उम्र में, जब मैं ऑस्ट्रेलियाई टीम में आया, जिस तरह से उन्होंने मुझे हौसला दिया। वह मैं भूल नहीं सकता। 2004 और 2005 में हैम्पशायर में, मैंने वॉर्नी के कारण अपने क्रिकेट को विकसित करना जारी रखा।"
"मुझे लगी चोटों के कारण 2008 में मैं ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट से दूर हो गया था और वॉर्नी ने हमेशा मुझ पर विश्वास किया। यही कारण है कि मैं राजस्थान रॉयल्स में गया था। राजस्थान रॉयल्स में उन चार वर्षों तक मुझे कप्तान और कोच के रूप में रखने में सक्षम होने के कारण मुझे एक ऐसे क्रिकेटर में बदल दिया गया, जिसे खुद पर विश्वास था कि मैं सुपरमैन हूं। यही उन्होंने अपने आस-पास के सभी खिलाड़ियों के लिए किया।"
साल 2002 में किया था Shane Watson ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू
जब शेन वॉटसन (Shane Watson) ने शेन वॉर्न के साथ अपने रिश्ते के बारे में बताया तो, उन्होंने कहा कि वॉर्न ने उनके करियर पर बहुत प्रभाव डाला था। शेन वॉटसन ने 2008 में कंगारू टीम के लिए इंटरनेशनल डेब्यू मैच खेला था। उस साल शेन वॉर्न प्रदर्शन बहुत शानदार प्रदर्शन कर रहे थे और उनका करियर घरेलू स्तर पर भी पार हो गया, जब वह इंग्लिश काउंटी हैम्पशायर में खेले और फिर आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के साथ खेले।