ऑस्ट्रेलिया टीम के दिवंगत लेग स्पिनर शेन वॉर्न (Shane Warne) किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं, उन्होंने अपनी जादुई गेंदबाजी से विश्वभर में अपनी अनोखी पहचान बनाई. वॉर्न मात्र एक ऐसे गेंदबाज थे. जिन्होंने स्पिन बॉलिंग को फर्श से अर्श पर ले जाने का काम किया. आज ही के दिन यानी 4 June 1993 को शेन वॉर्न ने अपनी गेंदबाजी से ऐसा कारनामा किया था, जिसकी वजह से क्रिकेट जगत में सनसनी मच गई थी. उनकी सबसे टर्न होने वाली गेंद को देखकर दुनिया भी हैरान हो गई थी.
Shane Warne ने आज ही फेंकी थी 'बॉल ऑफ द सेंचुरी
We're never getting over this, Warney 🤩pic.twitter.com/JXEAU9KGhR
— ICC (@ICC) June 4, 2020
शेन वॉर्न (Shane Warne) ने 29 साल पहले क्रिकेट की दुनिया में ऐसा करिश्मा किया था. जिसे आज भी याद किया जाता है. उन्होंने आज ही के दिन यानी 4 June 1993 को एशेज सीरीज के दौरान मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर एक ऐसी जादुई गेंद फेंकी थी. जिसने पूरे क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया था. उनकी इस गेंद को बॉल ऑफ द सेंचुरी के नाम से जाना जाता है. अब आप के मन में सवाल चल रहा होगा कि बॉल ऑफ द सेंचुरी क्या होती है.
जो लोग क्रिकेट देखने का शौक रखते हैं. तो, उन्हें शेन वॉर्न (Shane Warne) की बॉल ऑफ द सेंचुरी के बारे में जरूर पता होगा. बता दें कि, शेन वार्न ने इंग्लैंड के बल्लेबाज माइक गेटिंग को एक ऐसी गेंद पर बोल्ड किया था. जो 90 डिग्री के एंगल से घूमी थी. आसान शब्दों में समझें तो, शेन वॉर्न ने वह गेंद लेग स्टंप के काफी बाहर फेंकी थी. जो इतना टर्न हुई की जिससे ऑफ स्टंप की गिल्लियां बिखर गईं.
उनकी इस गेंद को देखने के बाद मैदान पर मौजूद बल्लेबाज और अंपायर भी खुद पर यकीन नहीं कर रहे थे कि यह कारनाम हुआ कैसे? उनकी इस गेंद ने पूरे क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया था. उम्मीद है कि आप को बॉल ऑफ द सेंचुरी के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी. इस पल को क्रिकेट के सबसे यादगार पलों में से एक माना जाता है.
टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज है वॉर्न
ऑस्ट्रेलिया टीम के लेग स्पिनर शेन वॉर्न (Shane Warne) ने 4 मार्च 2022 को दिल का दौरा पड़ने से इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. वह भले ही इस दुनिया में ना हो. लेकिन, उनकी यादें हर एक फैन के दिल में हमेशा जिंदा रहेगी. उन्होंने अपनी गेंदबाजी से युवा खिलाड़ियों के जीवन पर गहरी छाप छोड़ी है.
उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 145 टेस्ट में कुल 708 विकेट झटके, 194 वनडे इंटरनेशनल मैचों में 293 विकेट लिए हैं. वह सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में दूसरे गेंदबाज हैं. जबकि पहले नंबर पर श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन का नाम आता है. जिन्होंने 800 विकेट लेने का कारनामा अपने नाम किया है. वहीं इस इस मामले में अनिल कुंबले 619 विकेट के साथ तीसरे स्थान पर हैं.