धुंआधार पारी के बाद सबसे बड़े दुश्मन ने भी धोनी की तारीफ,कहा-हथियार चालान नहीं भूले

Published - 23 Feb 2018, 12:50 PM

खिलाड़ी

भारत-द.अफ्रीका के बीच हुए दूसरे टी-20 मैच में टीम इंडिया को भले ही मैच में हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन इस मैच में कई दिलचस्प वाकया देखने को मिले हैं।

खासकर पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के द्वारा खेली गई तूफानी पारी। धोनी की इस तूफानी बारी के बाद यह तो साफ हो गया है कि अभी पुराने हाथों ने हथियार चलाना नहीं भूले हैं।

धोनी की धुरांधर पारी ने विरोधी टीम की सांसे थमा दी थी। वहीं क्या दोस्त?,क्या दुश्मन? सभी इस पारी के मुरीद हो गए। लेकिन इन सबके बीच वो टिप्पणी सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बनी है,जिसे धोनी के सबसे बड़े दुश्मन ने की है। दुश्मन के मुंह से प्रशंसा सुनने के बाद धोनी का भी नजारिया उनके प्रति बदला होगा।

सहवाग और धोनी में है कट्टर दुश्मनी

वीरेंद्र सहवाग और महेंद्र सिंह के बीच रही खींचातान जगजाहिर है। कई मौकों पर धोने के बीच बड़े मतभेद खुलकर आए। साल 2012 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया गई थी।

उस दौरान ऐसी खबरे आती रही हैं कि कप्तान एमएस धोनी और वीरेंद्र सहवाग के बीच ड्रेसिंग रूम में विवाद चल रहा है। हालांकि बाद में इस बात का खंडन खुद धोनी ने किया था।

सहवाग ने की धोनी की तारीफ

पूर्व धुरांधर बलेबाज वीरेंद्र सहवागने 21 फरवरी को सेंचुरियन में खेले गए टी-20 मैच में धोनी की धमाकेदार पारी की जमकर तारीफ की। धोनी ने दूसरे टी-20 मैच में 52 रन की पारी खेली थी।

इस समय टीम इंडिया की स्थित नाजुक हालत में थी। लेकिन धोनी ने पुराने हाथ दिखाते हुए टीम को मुश्किल घड़ी में ऊबारा। ऐसे में सहवाग भी धोनी की तारीफ करने से अपने आपको रोक नहीं पाएं और ट्विटर पर धोनी के समर्थन में एक पोस्ट लिख डाली।

सहवाग ने लिखा कि,

''आखिरी चार ओवर में 55 रन। हथियार चलाना नहीं भूले। स्पेशल बल्लेबाज के द्वारा स्पेशल हिट,महेंद्र सिंह धोनी ग्रेट। पांडेय ने भी अच्छा प्रयास किया। 188 के स्कोर को बनाए रखने के लिए टीम इंडिया के गेंदबाजों को शुभकामनाएं।''

खस्ताहाल थी भारत की स्थित

दूसरे टी-20 मैच के दौरान भारत की स्थित खस्ताहाल थी। शुरूआती तीन झटकों ने टीम का संतुलन पूरी तरह से बिगाड़ दिया था। टीम का पहला झटका 1.1 ओवर में रोहित शर्मा के रूप में लगा,जो खाता खोले बिना ही पवेलियन वापस हो गए। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन भी 4.2 ओवर में 24 रन बनाकर आउट हो गए।

टीम को तीसरा झटका कप्तान कोहली के रूप में लगा। कोहली 1 रन बनाने के बाद पवेलियन वापस हो गए। इस दौरान टीम का स्कोर 45 रन था। बाद में मनीष पांडेय और रैना ने 45 रन की साझेदारी करते हुए टीम को संभाला। तेजी से रन बनाने की वजह से रैना फेहलुकवायो की गेंद में एलबीडब्यू हो गए।

पुराने हथियारों ने बरसाए रन

क्रिकेट की दुनिया के बेहतरीन कप्तानों में से महेंद्र सिंह धोनी ने सुरेश रैना के आउट हो जाने के बाद मोर्चे पर उतरे। अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से तूफान ला दिया। धोनी ने इस मैच में 28 गेंदों में 4 चौके और 3 छक्के लगाते हुए 52 रन की तूफानी पारी खेली। वहीं मनीष पांडेय ने भी उम्दा प्रदर्शन किया।

मनीष पांडेय ने 48 गेंदों में 79 रनों की पारी खेली। इस दौरान मनीष ने 6 चौके और 3 छक्के लगाए। धोनी और मनीष पांडेय के बीच 98 रनों की नाबाद साझेदारी हुई।

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