New Update
Team India: टीम इंडिया में ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जो बोर्ड की अनदेखी का शिकार हुए हैं. वहीं, कुछ ऐसे भी होते हैं , जिन्हें बेहतरीन काम करने के बाद भी श्रेय नहीं दिया जाता। ऐसा ही एक बार फिर एक खिलाड़ी के साथ हुआ है. बोर्ड ने उन्हें एक छोटे टूर्नामेंट के लिए भी कप्तानी का दावेदार नहीं माना.
जबकि उनकी कप्तानी क्षमता इतनी शानदार है कि उन्होंने अपनी कप्तानी में अपनी टीम को दो बार प्लेऑफ में पहुंचाया और एक बार आईपीएल का खिताब जीता है. लेकिन बोर्ड ने उन्हें कप्तानी देने के लायक नहीं समझता. कौन है ये खिलाड़ी आइए जानते हैं
Team India के इस खिलाड़ी के साथ फिर हुआ सौतेला व्यवहार
- मालूम हो कि घरेलू प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट बुची बाबू 15 अगस्त से शुरू होने जा रहा है. इस टूर्नामेंट में कई भारतीय खिलाड़ी खेलते नजर आएंगे.
- इनमें टीम इंडिया (Team India)के श्रेयस अय्यर भी खेलते नजर आएंगे. वह एक खिलाड़ी के तौर पर मुंबई के लिए खेलते नजर आएंगे.
- एक खिलाड़ी के रूप में उन्हें यहां खेलते देखना सुखद अनुभव होगा। वो भी तब जब मुंबई की टीम में अजिंक्य रहाणे जैसे सीनियर खिलाड़ी मौजूद नहीं हैं.
श्रेयस अय्यर की जगह सरफराज खान कप्तानी करते नजर आएंगे
- आपको बता दें कि अजिंक्य रहाणे इंग्लैंड की धरती पर वनडे मैच खेल रहे हैं.
- शम्स मुल्तानी चोट के कारण एनसीए में इलाज करा रहे हैं. ऐसे में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने बुची बाबू टूर्नामेंट में टीम की कप्तानी सरफराज खान को सौंपी है, जबकि श्रेयस अय्यर बतौर खिलाड़ी यहां खेलते नजर आएंगे.
- हालाँकि, अय्यर को कप्तानी क्यों नहीं दी गई यह समझ से परे है. क्योंकि अय्यर अनुभव में सरफराज से कहीं आगे हैं. साथ ही उन्होंने टीम इंडिया(Team India) के लिए भी काफी क्रिकेट खेला है.
ऐसा रहा है श्रेयस अय्यर का करियर
- 29 वर्षीय श्रेयस अय्यर ने मुंबई के लिए 72 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं और 48.82 की औसत से 5664 रन बनाए हैं.
- उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 202 रन है. उन्होंने 14 टेस्ट मैचों में 36.86 की औसत से 811 रन बनाए हैं.
- श्रेयस ने अपना आखिरी टेस्ट मैच इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ विशाखापत्तनम में खेला था.