Sanju Samson: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पिछले साल दिसंबर में वनडे सीरीज खेली गई थी. जिसमें टीम से बाहर चल रहे केएल राहुल कप्तानी कर रहे थे. इस सीरीज में संजू सैमसन (Sanju Samson) को चुना गया था. संजू ने तीसरे वनडे धमाकेदार शतकीय पारी खेली थी.
उनके बल्ले से 108 रन निकले थे और मैन ऑफ द मैच बने. उसके बावजूद भी सैमसन को श्रीलंका के खिलाफ खेली जाने वाली वनडे सीरीज से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. यह है 3 बड़ी वजह जिसके चलते वनडे स्क्वाड में नहीं मिली जगह.
वनडे में संजू से बेहतर है विकल्प है केएल राहुल
स्टार बल्लेबाज केएल राहुल लंबे समय से टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं. उन्हें टी20 विश्व कप के बाद किसी दौरे पर शामिल नहीं किया गया. लेकिन, आईपीएल के बाद अब श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में वापसी होने जा रही है. जबकि संजू सैमसन (Sanju Samson) टी20 में चुना तो वनडे से बाहर कर दिया गया.
बता दें कि इसके पीछे चयनकर्ताओं की सोच यह रही होगी कि केएल राहुल वनडे में संजू से काफी अनुभवी खिलाड़ी है. वर्ल्ड कप 2023 में राहुल ने 10 पारियां खेली और 452 रन बनाए. उन्होंने भारत के लिए 75 वनडे मैच खेले हैं. जिसमें 50 से ऊपर की औसत से 2820 रन बनाए हैं. जबकि संजू ने पूरे करियर में ही कुल 16 ही मैच खेले हैं.
फिरकी के सामने फंसते हैं Sanju Samson
संजू सैमसन (Sanju Samson) टी20 में धमाकेदार बल्लेबाजी करते हैं. लेकिन एकदिवसीय क्रिकेट इस फॉर्मेट से थोड़ा अलग होगा है. यहां पिच पर अधिक समय देना होता है. इस दौरान स्पिनर्स दोनों छोर से बल्लेबाज को कठिन चुतौती देते हैं.
वहीं संजू स्पिन पिच के जाल में फंस जाते हैं. श्रीलंका में जहां भारत के वनडे मैच खेले जाने हैं. वहां कि पिच काफी धीमी है. यही कारण रहा होगा कि संजू की जगह केएल राहुल को स्क्वाड में शामिल करना पड़ा. केएल राहुल धीमी पिच पर स्पिनर्स को बहुत अच्छा खेलते हैं.
ऋषभ पंत को लेफ्टी होने का फायदा
टीम इंडिया को बाएं हाथ के गेंदबाजों के सामने लेफ्टी कॉम्बिनेशन की जरूरत पड़ती है. जिस पर राइटी बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson) पूरी तरह से खरा नहीं उतरते हैं. यही वजह रही होगी कि चयनकर्ताओं ने संजू को बाहर कर वनडे स्क्वाड में ऋषभ पंत को शामिल किया.
लेफ्टी ऋषभ पंत टीम के लिए तुरूप का इक्का साबित होते हैं. टी20 विश्व कप 2024 में देखा गया गया जब विपक्षी टीम लेफ्ट आर्म गेंदबाजों को आती है भारत भी लेफ्टी बल्लेबाज पंत को भेजकर उनकी इस चाल को ध्वस्त कर देती है.