Sanju Samson: भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson) ने बतौर क्रिकेटर पिछले 8 से 10 सालों में जो ऊंचाई छुई है उसमें भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और मौजूदा हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) की क्या भूमिका रही है इसको भारतीय क्रिकेट फैंस बखूबी जानते हैं. संजू सैमसन (Sanju Samson) भी कई मौकों पर अपने करियर में राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) की भूमिका के बारे में बता भी चुके हैं. इसी बीच जहां एक तरफ चेतन शर्मा ने कई बड़े खुलासे कर कोहराम मचा रखा है वहीं दूसरी तरफ एक शो के दौरान संजू (Sanju Samson) ने द्रविड़ के साथ अपने बॉडिंग को लेकर दिलचस्प खुलासा किया है.
मेरे हर शॉट पर ताली बजाते थे द्रविड़
ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस शो के दौरान संजू सैमसन (Sanju Samson) ने कहा, "मैनें 2013 में राजस्थान रॉयल्स के लिए ट्रायल दिया था. उस दौरान दो दीन मुझे बल्लेबाजी करनी पड़ी. वैसी बल्लेबाजी मैंने अबतक अपने करियर में नहीं की है. मेरे हर शॉट पर राहुल द्रविड़ सर ताली बजाते थे. वो पल मेरे बहुत खास था. टीम में सेलेक्ट होने के बाद 2013 सीजन में कई बार मैंने उनके साथ बैटिंग भी की."
कुछ गेंद देखो फिर खेलो
सैमसन के कहा कि, "2013 सीजन के दौरान एक बार जब मैं बल्लेबाजी के लिए आया तो क्रीज पर राहुल द्रविड़ पहले से ही मौजूद थे. मैंने पहली ही गेंद पर बाउंड्री लगा दी जिसके बाद उन्होंने कहा था कि पहले कुछ गेंद देखो फिर अटैक करो. हालांकि अगली ही गेंद बाउंसर थी जिस पर मैंने फिर बाउंड्री लगा दी. इस बार द्रविड़ का कहना था कि ऐसे ही खेलो. शायद वे ये कहना चाहते थे कि गेंद को उसकी मेरिट की हिसाब से खेलो."
डायरी में नोट करता था निर्देश
सैमसन ने कहा कि, "मुझे भूलने की आदत है इसलिए मैं हमेशा अपने पास एक डायरी रखता था. राहुल द्रविड़ जो भी निर्देश मुझे दिया करते थे मैं उसे लिखा करता था और फिर उसी के मुताबिक अपने खेल में सुधार की कोशिश करता था. वो डायरी आज भी मेरे पास है. राजस्थान और दिल्ली कैपिटल्स में (पूर्व में दिल्ली डेयरडेविल्स) रहते हुए मैनें 4 साल द्रविड़ सर के साथ गुजारे और वे 4 साल मेरे करियर के लिए काफी अहम हैं."
सैमसन को बेहतर बल्लेबाज बनाने में द्रविड़ की बड़ी भूमिका
सैमसन भी द्रविड़ के शिष्य माने जाते हैं. राजस्थान रॉयल्स का कप्तान और फिर कोच रहते हुए उन्होंने सैमसन की तकनीक पर काफी काम किया है और इसका असर सैमसन की बैटिंग देखते हुए पता भी चलती है. संजू सैमसन मौजूदा दौर के सभी युवा बल्लेबाजों सबसे ज्यादा अटैकिंग हैं. उनका क्लास रोहित शर्मा की तरह माना जाता है और इसके लिए उनके करियर के शुरुआती दिनों में द्रविड़ के गाइडेंस का बड़ा योगदान माना जाता है.
सैमसन का करियर
सैमसन को उनकी प्रतिभा के मुताबिक अंतराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला है. 2015 में टी 20 से अंतराष्ट्रीय करियर का आगाज करने वाले सैमसन ने अबतक मात्र 11 वनडे और 17 टी 20 मुकाबले खेले हैं. उनका प्रभाव IPL में देखने को मिलता है जिसमें उन्होंने 138 मैचों में 29.14 की औसत, 3 शतक और 17 अर्धशतक जड़ते हुए 3,526 रन बनाए हैं.