भारत और साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के बीच 3 वनडे मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला लखनऊ में खेला गया. इस रोमांचक मुकाबले में टीम इंडिया को 9 रनों से शिकस्त का सामना करना पड़ा. लेकिन, छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे संजू सैमसन (Sanju Samson) पिच पर अंत तक डटे रहे और भारत को जिताने की हर मुमकिन कोशिश भी की. लेकिन, 86 रनों की धमाकेदार पारी खेलने के बाद भी वो टीम को जीत की दहलीज पार नहीं करा सके. इस मैच में मिली हार से निराश संजू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल जीत लेने वाला बयान दिया.
Sanju Samson ने मैच बाद किया बड़ा खुलासा
भारतीय टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson) टीम से बाहर चल रहे थे. जिन्हें लगातार टीम में शामिल किये जाने की मांग की जा रही थी. इसके बाद उन्हें साउथ अफ्रीका के साथ खेली जा रही 3 मैचों की वनडे श्रृंखला में शामिल किया गया. उन्होंने पहले वनडे में नाबाद 86 रनों की शानदार पारी खेलकर एक बार फिर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींच लिया. हालांकि इस मुकाबले में टीम इंडिया को भले ही हार का स्वाद चखना पड़ा हो. लेकिन, संजू की बल्लेबाजी की जमकर तारीफ की जा रही है. वहीं सैमसन ने भी अपनी बैटिंग पर बड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
"मैं भाग्यशाली हूं जो मुझे भारत के लिए खेलने का मौका मिला। टीम इंडिया में इतने बड़े-बड़े सुपर स्टार हैं फिर भी आपको इतना सपोर्ट मिला और लोग आपको इतना चाहते हैं. लोग मेरी बैटिंग को पसंद कर रहे हैं मुझे इतना चाहते हैं, तो यह मेरे लिए बहुत बड़ा मोटीवेशन है. बचपन में जब हम क्रिकेट खेलना शुरू करते हैं तो यही सब चाहते हैं. मेरा सपना यही था और अब यह पूरा हो रहा है. अब उनकी उम्मीद मेरे से बढ़ गई है तो मैं प्रैक्टिस सेशन 2 की जगह 4 घंटे का कर रहा हूं"
'आखिरी ओवर में 24 रन चाहिए होंगे तो मैं 4 छक्के लगा सकता हूं'
पहले मुकाबले मिली हार के लिए टॉप ऑर्डर को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. जो पूरी तरह से फ्लॉप रहा. सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और शुभमन गिल सस्ते में पवेलियन लौट गए थे. वहीं ऋतुराज गायकवाड़ और ईशान किशन भी बड़ी पारी खेलकर टीम को मजबूत स्थिति में नहीं पहुंचा पाए. जिसका नतीजा यह रहा कि मेहमान टीम के गेंदबाजों ने अंत में मैच में पकड़ बना ली. वहीं संजू सैमसन (Sanju Samson) ने इस मुद्दे पर मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
"इस पिच पर नए बॉल से रन बनाना मुश्किल था. 15-20 ओवर के बाद उनकी तरफ से मिलर और क्लासेन ने अच्छा बैटिंग किया, उस समय खेलना थोड़ा आसान हो गया था क्योंकि बॉल हिल नहीं रही थी. 15-20 ओवर के बाद हमारे लिए भी बैटिंग आसान हो गया था. मैंने, श्रेयस और शार्दुल ने अच्छा बैटिंग किया साथ ही मैं यही सोच रहा था कि अगर आखिरी ओवर में 24 रन चाहिए होंगे तो मैं 4 छक्के लगा सकता हूं. इस वजह से मैं मैच को लास्ट तक लेकर जा रहा था. लेकिन सिर्फ 2 शॉट रह गया. अगली बार मैं बेहतर करूंगा."