Syed Mushtaq Ali Trophy: विश्व कप 2023 के बीच भारत में घरेलू स्तर पर खेली जाने वाली प्रतिष्ठित सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेली जा रही है. इस टूर्नामेंट में कई ऐसे भी खिलाड़ी खेल रहे हैं जो विश्व कप में टीम इंडिया में शामिल होने के प्रबल दावेदार थे. लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने उन खिलाड़ियों को मौका नहीं दिया. टीम से बाहर होने के बाद भी इन खिलाड़ियों ने हिम्मत नहीं हारी है और मुश्ताक अली ट्रॉफी में धुआंधार प्रदर्शन कर रहे हैं.
इस बल्लेबाज ने खेली आक्रामक पारी
विश्व कप 2023 के लिए टीम इंडिया स्कवॉड में चुने जाने के सबसे बड़े दावेदारों में एक नाम संजू सैमसन (Sanju Samson) का था लेकिन लंबे समय से लगातार नजरअंदाज किए जाने वाले इस खिलाड़ी को विश्व कप टीम में जगह नहीं मिल. सैमसन अब सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) में केरल की तरफ से खेल रहे हैं और टीम के कप्तान हैं. इस खिलाड़ी ने चंडीगढ़ के खिलाफ सिर्फ 32 गेंदों पर 3 छक्के और 4 चौके उड़ाते हुए 52 रनों की पारी खेली.
रोहित-विराट को दिखाया आईना
विराट कोहली और रोहित शर्मा को युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका देने के लिए जाना जाता है लेकिन इन दोनों कप्तानों ने बेहद प्रतिभाशाली बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson) के साथ अन्याय किया है. कोहली लगभग 5 साल तक भारत के कप्तान रहे लेकिन सैमसन के लिए जगह नहीं बना सके वहीं पिछले दो साल के अंदर रोहित शर्मा का भी यही हाल रहा है.
जूनियर खिलाड़ी आगे बढ़ गए
संजू सैमसन (Sanju Samson) को किस कदर नजरअंदाज किया गया है इसका अंदाज हम कुछ खिलाड़ियों को देख कर लगा सकते हैं. ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या, ईशान किशन, शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव अंतराष्ट्रीय स्तर पर तब आए जब सैमसन अपना नाम बना चुके थे लेकिन ये सभी खिलाड़ी आज भारतीय टीम में स्थापित हैं और विश्व कप की टीम में हैं. पंत अगर इंजर्ड न होते तो वे भी विश्व कप टीम का हिस्सा होते. लेकिन वही सैमसन सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) जैसी घरेलू प्रतियोगिताओं में खुद को साबित करने में लगे हैं.
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