संजू सैमसन (Sanju Samson) भारतीय क्रिकेट टीम का वो नायाब हीरा है। जिसे अपने आप हर बार आग में जलाना पड़ रहा है। उनकी काबिलियत और खेलने के अंदाज पर किसी भी प्रकार का संदेह नहीं किया जा सकता है। वह वर्तमान समय के ससे बेहतरीन खिलाड़ियों में से है। जो अपनी कमाल, लजवाब बल्लेबाजी के दम पर टीम इंडिया के स्क्वॉड में शामिल होते है।
लेकिन, उनके साथ हर बार बीसीसीआई नाइंसाफी कर देती है। किसी भी आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट से पहले संजू को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। इसी कड़ी में बीसीसीआई द्वारा इस खिलाड़ी के खिलाफ हो रही साजिश का पर्दाफाश हो गया है। आखिर क्यों उनका (Sanju Samson) सिलेक्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में नहीं किया गया है। आईए जानते है इस लेख के जरिए।
Sanju Samson को बड़े टूर्नामेंट से पहले बाहर कर देती है बीसीसीआई
28 वर्षीय संजी सैमसन (Sanju Samson) न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ चोट के चलते टीम इंडिया से बाहर हो गए थे। लेकिन, फिलहाल वह एक दम फिट हो गए है और टीम इंडिया में खेलने के लिए तैयार है। लेकिन, बीसीसीआई ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज से बाहर कर उनके साथ बहुत बड़ी नाईसांफी की है। बीसीसीआई संजू को पिछले कुछ समय से लगातार नजरअंदाज कर उन्हें टीम से बाहर रखने की कोशिश में लगी हुई।
आईसीसी का कोई भी बड़ा टूर्नामेंट आता है उससे पहले ही संजू (Sanju Samson) को टीम के स्क्वॉड़ से बाहर कर देते है। जब टी20 विश्व कप आता है तो उनको एकदवसीय टीम में चुन लेते है वही जब एकदिवसीय विश्व कप आता हो तो उन्हें टी20 के स्क्वॉडॉ में चुन लिया जाता है। इससे तो साफ होता है कि बीसीसीआई की हाथ की कठपुतली बन कर रह गए है। सैमसन। बीसीसीआई बेवजह इस खिलाड़ी के साथ ऐसा कर रही है।
क्यों मिल रही है Sanju Samson से ज्यादा तरजीह ईशान किशन को ?
संजू सैमसन (Sanju Samson) एक विकेटकीपर बल्लेबाज है। वहीं कीपरिंग के अलावा फिल्डिंग में भी बहुत बड़ा योगदान अदा करते है। वह मैदान के हर क्षेत्र में अपनी फिल्डिंग और अपनी बल्लेबाजी से फैंस को खूब लुभाते है। लेकिन, वह कभी भी पर्मानेंट खिलाड़ी के तौर पर अपनी जगह नहीं बना सके है। वह 2015 से लगातार टीम इंडिया के लिए खेल रहे है। वह कभी टीम में शामिल होते है तो कभी उन्हें टीम से एकदम से बाहर कर देते है।
हालांकि, उनके स्थान पर बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज ईशान किशन को टीम में भरपूर मौके प्रदान किए जाते है। लेकिन, वह इन सभी मौको पर खरे नहीं उतर सके है। किशन के दोहरे शतक को छोड़ दे तो उन्होंने टीम इंडिया के लिए पिछली 10 पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं लगाया है। यहां तक की न्यूजीलैंड के खिलाफ वह किसी मैच में ढ़ाई का आंकड़ा तक नहीं छू पाए है। ऐसे में सवाल यह उठता कि आखिर संजू (Sanju Samson) की जगह किशन को टीम में ज्यादा मौके क्यों दिए जा रहे है।
पूर्व चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा ने स्टिंग ऑपरेशन के दौरान कहा था कि- "संजू सैमसन पीछे से अच्छा कर रहा है। अगर हम उसको टीम में सिलेक्ट नहीं करते तो ट्विटर पर हमें लोग उड़ा देते हैं।" वहीं टीम इंडिया के पूर्व हेडकोच रवि शास्त्री ने कहा था कि, "संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी को कम से कम 10 मैच हर हाल में देना चाहिए।"
Sanju Samson का करियर रिकॉर्ड
संजू (Sanju Samson) का सिलेक्शन सबसे पहले टीम इंडिया में 2015 में किया गया था। इसके बाद आज यानी 2023 में उन्हें टीम इंडिया में खेले हुए लगभग 8 साल हो गए है। हालांकि, इस दौरान वह एकदिवसीय क्रिकेट में महज 11 ही मुकाबले खेल सके है। जिसमें उन्होंने 2 अर्धशतक के साथ 330 रन बनाए है। टी20 क्रिकेट में 17 मैचो की 16 पारियों में 301 रन बनाए है। इस दौरान उनके बल्ले से केवल एक ही अर्धशतकीय पारी निकली है।