MS Dhoni: भारतीय क्रिकेट टीम विश्व कप 2023 के लिए तैयार है. इस विश्व कप में टीम इंडिया पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को काफी मिस करेगी. धोनी 2011, 2015 और 2019 विश्व कप का हिस्सा थे और मैच को विकेट के पीछे खड़े खड़े भारत के पक्ष में करने की कला में माहिर थे. हालांकि हर खिलाड़ी को एक न एक दिन क्रिकेट छोड़ना ही पड़ता है इसलिए पूर्व कप्तान ने भी संन्यास की घोषणा 2020 में कर दी थी. लेकिन अगर कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ चाहते तो टीम इंडिया को दूसरा एमएस धोनी (MS Dhoni) बन सकता था.
इस खिलाड़ी के साथ हुई नाइंसाफी
2013 में एक विकेटकीपर बल्लेबाज ने IPL में डेब्यू किया था. एमएस धोनी (MS Dhoni) की तरह विकेट के पीछे शानदार और बतौर बल्लेबाज जोरदार. IPL में अच्छे प्रदर्शन का इनाम मिला और इस खिलाड़ी को 2015 में टी 20 में भारत के लिए डेब्यू करने का मौका मिला. लेकिन इसके बाद जो कुछ इस खिलाड़ी ने अबतक अपने करियर में देखा है वो शायद ही किसी दूसरे क्रिकेटर ने देखा हो या सहा हो. हम बात कर रहे हैं विकेटकीपर बल्लेबाज और IPL में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन (Sanju Samson).
हर कप्तान संजू के साथ कर रहा एक जैसा बर्ताव
सैमसन ने जब अपने अंतराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की तब कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) थे. धोनी को प्रतिभा परखने के लिए जाना जाता है लेकिन जिस सैमसन में पूरी दुनिया के एक बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाज देखती है उसमें धोनी को कुछ नहीं दिखा और उन्होंने इस खिलाड़ी को मौका नहीं दिया. इसके बाद कप्तान बने विराट कोहली और उन्होंने भी संजू को नजरअंदाज ही किया. 2021 टी 20 विश्व कप के बाद रोहित शर्मा कप्तान बने और राहुल द्रविड़ कोच.
रोहित और राहुल की जोड़ी ने भी संजू सैमसन (Sanju Samson) के साथ जो सौतेले व्यवहार का सिलसिला चल रहा था उसे और बढ़ाया. यहां तक की पंत की इंजरी के बावजूद श्रीकर भरत को बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में खिलाया लेकिन सैमसन को मौका नहीं दिया. एशिया कप 2022, टी 20 विश्व कप 2022, एशिया कप 2023, वनडे विश्व कप 2023 किसी भी टीम में सैमसन नहीं. जबकि खराब प्रदर्शन वाले कई खिलाड़ियों को प्रतिभा के नाम पर लगातार मौके दिए गए. इस सौतेले व्यवहार ने एक तरह से इस विकेटकीपर बल्लेबाज का करियर खराब कर दिया है.
जूनियर खिलाड़ी आगे निकल गए
संजू सैमसन (Sanju Samson) ने 2015 में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था लेकिन पिछले 8 साल में वे जहां मौके के लिए तरसते रहे वहीं टीम इंडिया ने कई ऐसे खिलाड़ियों को खराब प्रदर्शन के बावजूद लगातार मौके देकर उन्हें स्टार बना दिया. ऐसे खिलाड़ियों में ऋषभ पंत, ईशान किशन, शुभमन गिल, केएल राहुल और सूर्यकुमार यादव भी शामिल हैं. सैमसन ने करियर में 13 वनडे और 24 टी 20 खेले हैं. अगर उन्हें भरपूर मौका दिया गया होता तो वे भारत के अगले बड़े सुपरस्टार हो सकते थे.
ये भी पढ़ें- वर्ल्ड कप 2023 की सबसे खतरनाक प्लेइंग-XI का हुआ ऐलान, इन 6 भारतीय खिलाड़ियों को माना विरोधियों का काल