भारतीय टीम की वनडे कप्तानी से विराट कोहली को हटाने पर प्रशंसकों और विशेषज्ञों के बीच जारी मतभेद के बीच पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने इस मामले पर अपनी बड़ी प्रतिक्रिया दी है. 33 वर्षीय टीम इंडिया पूर्व कप्तान ने T20 विश्व कप 2021 के पहले ही इस इस फॉर्मेट से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था. इसके बाद उनसे ODI कप्तान भी छीन ली गई. इसके बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद विराट ने इस प्रारूप की मेजबानी से भी अलविदा ले लिया. इस पूरे मामले पर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने क्या विचार साझा किए हैं उसके बारे में आपको बता देते हैं.
कोहली को कप्तानी से हटाने के पीछे थी ये बड़ी वजह
बीसीसीआई ने दिसंबर में रोहित शर्मा को पूर्व रूप से व्हाइट बॉल क्रिकेट की कप्तानी सौंप दी थी. ऐसे में पूर्व क्रिकेटर का ये मानना है कि कोहली को कप्तानी से हटाने के पीछे बड़ी वजह टी20 वर्ल्ड कप 2021 न जीतना बड़ा कारण था. क्योंकि "प्रशंसक विश्व कप पर भारत की जीत चाहते थे". लेकिन, ऐसा हो नहीं सका.
न्यूज 18 से हुई बातचीत में जब पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) से यह सवाल किया गया कि क्या कोहली का एकदिवसीय कप्तानी से नाखुश होना उचित है. तो इस पर जवाब देते हुए संजय मांजरेकर ने कहा,
"प्रशंसक चाहते हैं कि भारत विश्व कप जीते. यह अब श्रृंखला या रैंकिंग के बारे में नहीं है. इसलिए उसने देखा होगा कि वह थोड़ा संघर्ष कर रहा है."
कोहली को यकीन था कि वो वनडे और टेस्ट में कप्तानी जारी रखेंगे
दरअसल विराट कोहली ने टी20 अंतर्राष्ट्रीय कप्तानी से इस्तीफा देने के बाद आईपीएल 2021 में आरसीबी टीम की कप्तानी को भी छोड़ने का ऐलान कर दिया था. 14वां सीजन बतौर कप्तान उनका आखिरी सीजन था. इस सिलसिले में आगे बात करते हुए पूर्व क्रिकेटर ने कहा,
"आरसीबी टीम में कप्तानी की भूमिका थी. लेकिन, उन्होंने ऐसा महसूस किया कि टी20 कप्तानी छोड़ने में किसी तरह की बुराई नहीं है. हालांकि उन्हें इस बात का यकीन था कि वह वनडे और टेस्ट में मेजबानी जारी रखेंगे."
इसके साथ ही संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने यह भी समझाने की कोशिश की कि कोहली के आसपास का माहौल "बदल रहा" है. जो उन्हें "टिकाऊ" रहने में सक्षम होने से रोका है.
कप्तानी के लिए खुद को सक्षम महसूस नहीं कर रहे कोहली
इस सिलसिले में आगे बात करते हुए संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने ये भी कहा,
"लेकिन, कप्तानी के बाद जो हुआ है वह स्पष्ट रूप से उसके आस-पास के दृश्य के बदलने की वजह से है. उसे एक ऐसा एहसास हो रहा है कि वह इस पद पर बने रहने में सक्षम नहीं है".
दरअसल अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारने के बाद कोहली ने इस प्रारूप से भी इस्तीफा दे दिया था.