बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) का प्रदर्शन शर्मनाक रहा। जहां शुभमन गिल, ऋषभ पंत और रविचंद्रन अश्विन सहित अन्य खिलाड़ियों ने अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित किया, वहीं हिटमैन और किंग कोहली (Virat Kohli) ने सस्ते में अपने विकेट गंवाए। इसकी वजह से रोहित शर्मा और विराट कोहली को ट्रोलिंग का भी सामना करना पड़ा। इस बीच पूर्व भारतीय दिग्गज ने बीसीसीआई और सेलेक्टर अजीत अगरकर पर संघिन आरोप लगे हैं।
Virat Kohli के दिलीप ट्रॉफी न खेलने पर भड़के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी
दरअसल, IND vs BAN पहले टेस्ट मैच से पहले दिलीप ट्रॉफी 2024 का पहला राउंड खेला गया था। इसमें कई खिलाड़ियों ने शिरकत की। श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव समेत भारतीय टीम के कई खिलाड़ी इसमें खेलते हुए नजर आए थे। लेकिन बीसीसीआई ने जसप्रीत बुमराह, विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे धाकड़ खिलाड़ियों को इसमें शामिल नहीं किया।
जबकि रवींद्र जडेजा ने टूर्नामेंट शुरू होने से कुछ दिन पहले अपना नाम वापिस ले लिया। ऐसे में अब पूर्व भारतीय खिलाड़ी संजय मांजरेकर ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भारतीय चयनकर्ताओं और बीसीसीआई पर आरोप लगाए हैं कि वे विराट कोहली और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को स्पेशल ट्रीटमेंट दे रहे हैं।
BCCI पर लगाए गंभीर आरोप
संजय मांजरेकर का मानना है कि यदि विराट कोहली और रोहित शर्मा ने रेड-बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट दिलीप ट्रॉफी 2024 खेला होता तो चेन्नई टेस्ट मैच में टीम इंडिया की बल्लेबाजी की कहानी कुछ और ही होती। उन्होंने ईएसपीएनक्रिकिनफो के साथ बातचीत में कहा कि,
“दोनों अनुभवी खिलाड़ी इस सप्ताह के अंत में कानपुर में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट से वापसी करेंगे. उन्होंने सेलेक्टर्स को चेतावनी दी कि कुछ खिलाड़ियों को स्पेशल ट्रीटमेंट देने से भारतीय क्रिकेट और खिलाड़ी दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है.”
"Rohit Sharma को दिलीप ट्रॉफी में चुनने का था विकल्प"
1996-97 में मुंबई को रणजी ट्रॉफी चैंपियन बनाने वाले इस खिलाड़ी ने दावा किया कि बीसीसीआई के पास रो-को (Rohit Sharma-Virat Kohli) को चुनने का विकल्प था। संजय मांजरेकर ने बताया,
“मैं चिंतित नहीं हूं, लेकिन मुझे यकीन है कि किसी ने इस तथ्य का ध्यान रखा कि अगर वे कुछ रेड-बॉल क्रिकेट खेलते तो वे बेहतर होते. दलीप ट्रॉफी में उन्हें चुनने का विकल्प था. इसलिए किसी को कुछ खिलाड़ियों को अलग तरह से व्यवहार करने से बचना चाहिए.”
“विराट और रोहित का दलीप ट्रॉफी में नहीं खेलना भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं था, न ही दो खिलाड़ियों के लिए अच्छा था. अगर वे दलीप ट्रॉफी खेलते और रेड-बॉल क्रिकेट में कुछ समय बिताते तो चीजें अलग होतीं. हालांकि, उनके पास सीरीज में वापसी करने की क्षमता है.”
भारतीय चयनकर्ताओं को दी सलाह
संजय मांजरेकर ने बीसीसीआई को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें कुछ खिलाड़ियों को उनके दर्जे के कारण स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं देना चाहिए। भारतीय दिग्गज ने कहा,
“मैं इस कारण से उनके फॉर्म के बारे में बात नहीं कर रहा. लेकिन इस बात पर ध्यान देना चाहिए और यह लंबे समय से भारतीय क्रिकेट की समस्या रही है कि कुछ खिलाड़ियों को उनके दर्जे के कारण स्पेशल ट्रीटमेंट मिलता है. यह अंततः उस खिलाड़ी को किसी और से ज्यादा नुकसान पहुंचाता है.”
Virat Kohli के टेस्ट परफ़ोर्मेंस में आई गिरावट!
गौरतलब है कि टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली (Virat Kohli) का प्रदर्शन गिरता नजर आ रहा है। इस साल चार पारियों में वह 48.74 की औसत से सिर्फ 81 रन बना पाए हैं। इस फॉर्मेट में उनका आखिरी शतक जुलाई 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ आए थे। इसके बाद वह शतक तो छोड़िए सिर्फ एक बार ही अर्धशतक लगा पाए हैं। ऐसे में दलीप ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंट खेलने से किंग कोहली को अपनी फॉर्म वापस पाने में मदद मिल सकती है।
यह भी पढ़ें: IND vs BAN टेस्ट सीरीज में गाली देते हुए सुनाई दिए रोहित शर्मा। कानपुर में भारतीय टीम का हुआ भव्य स्वागत, यहां देखिए वीडियो