KS Bharat: बीसीसीआई ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी तीन टेस्ट मैचों के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया है. इंग्लिश टीम के खिलाफ केएस भरत को एक बार फिर भारतीय टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर जगह मिली है. लगातार खराब प्रदर्शन के बावजूद इस विकेटकीपर खिलाड़ी का चयन भारतीय टीम में हुआ. अब भरत को लगातार टीम में मौके मिलने पर टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज ने चयन समिति पर गंभीर सवाल उठाए हैं. साथ ही इस दौरान उन्होंने ऋषभ पंत का जिक्र करते हुए बड़ा बयान दिया है.
KS Bharat के चयन पर पूर्व खिलाड़ी की तीखी प्रतिक्रिया
दरअसल, पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों में विकेटकीपर केएस भरत (KS Bharat) के बल्लेबाजी प्रदर्शन पर नाराजगी जताई है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में ईशान किशन की जगह लेने के बाद मांजरेकर ने चिंता जताई कि भरत उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए हैं. मांजरेकर ने भरत की जगह इशान किशन को तवज्जो देने की भी बात कही.
भरत को इतने मौके देना जायज नहीं- मांजरेकर
संजय मांजरेकर ने कहा,
"केएस भरत ( KS Bharat) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चारों टेस्ट मैच खेले. ऋषभ पंत किसी भी वक्त टीम इंडिया में वापसी कर सकते हैं. इसलिए मुझे नहीं लगता कि ऐसे हालात में भरत को इतने मौके देना जायज है. वह कोई 20 साल का युवा नहीं है, मेरा मानना है कि भारतीय टीम प्रबंधन को केएस से आगे बढ़ना होगा. ईशान किशन ने इतना कुछ किया है कि इस खिलाड़ी को टीम इंडिया में आसानी से जगह मिल सकती है."
पूर्व खिलाड़ी ने आगे बात करते हुए यह भी कहा, "भारतीय टीम प्रबंधन सभी के साथ सामान व्यवहार करने में विश्वास रखता है. लेकिन मेरा निजी तौर पर मानना है कि ऋषभ पंत की वापसी से पहले केएस भरत (KS Bharat) पर नहीं बल्कि किसी अन्य विकल्प पर विचार किया जाना चाहिए."
लगातार अपने खराब प्रदर्शन से निराश कर रहे हैं केएस
गौरतलब है कि केएस भरत (KS Bharat) ने इंग्लैंड के खिलाफ हैदराबाद टेस्ट की पहली पारी में 41 रन बनाए थे. जबकि दूसरी पारी में वह 28 रन बनाकर चलते बने. इसके बाद विशाखापत्तनम टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 17 रनों का योगदान दिया, जबकि दूसरी पारी में वह सिर्फ 6 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. सिर्फ इन दो मैचों में ही नहीं बल्कि जब से आंध्र प्रदेश के इस खिलाड़ी ने टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया है तब से उन्होंने कोई खास कमाल नहीं दिखाया है. उन्होंने 12 पारियों में 20.09 की बेहद खराब औसत से केवल 221 रन बनाए हैं.
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