Rahul Dravid: भारतीय क्रिकेट इतिहास के बेहतरीन बल्लेबाजों की जब भी बात चलती है तो उसमें निश्चित रुप से राहुल द्रविड़ का नाम काफी सम्मान के साथ लिया जाता है. द्रविड़ उन बल्लेबाजों में शामिल हैं जिनके नाम टेस्ट और वनडे दोनों ही फॉर्मेट में 10,000 से ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है. इसके अलावा एक दशक से ज्यादा लंबे अपने करियर में द्रविड़ ने दर्जनों ऐसी पारियां खेली हैं जिसने भारत को जीत दिलाई.
संन्यास के बाद राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) कोचिंग की दुनिया में सक्रिय हुए और मौजूदा समय में भारतीय टीम के हेड कोच हैं. द वॉल के नाम से मशहूर द्रविड़ भारत ही नहीं दुनियाभर के करोड़ों युवा क्रिकेटर के आदर्श हैं. युवा क्रिकेटर उन्हीं के जैसा बनना चाहते हैं और सफल करियर बनाना चाहते हैं. भारतीय हेड कोच के बेटे भी उन्हीं की राह पर चल चुके हैं.
Rahul Dravid की दिलाई याद
राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के बेटे समित द्रविड़ (Samit Dravid) अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए क्रिकेटर बनना चाहते हैं. कर्नाटक की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले समित कई बार अपनी शानदार बल्लेबाजी की वजह से राष्ट्रीय मीडिया में सुर्खियां बटोर चुके हैं. सोशल मीडिया पर समित का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उनकी बल्लेबाजी देख सीनियर द्रविड़ की याद आ जाती है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कर्नाटक की तरफ से खेल रहे समित द्रविड़ के सामने जब एक स्पिनर गेंदबाजी करने आता है तो वे ऐसा शॉट खेलते हैं कि उसे देख उनके पिता राहुल द्रविड़ की याद आ जाती है. समित ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद को थोड़ा पीछे होकर प्वाइंट की दिशा में ठीक वैसे ही कट किया है जैसे उनके पिता किया करते थे. इसी वजह से ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बता दें कि लंकाशायर काउंटी क्रिकेट क्लब इन दिनों कर्नाटक के दौरे पर है. लंकाशायर के खिलाफ मैच में ही समित द्रविड़ ने अपने शॉट से वाहवाही बटोरी है.
Trademark Dravid cut!
— FanCode (@FanCode) March 19, 2024
Courtesy: Samit Dravid
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कूच बिहार ट्रॉफी में रहा शानदार प्रदर्शन
समित द्रविड़ (Samit Dravid) कर्नाटका की अंडर 19 टीम की तरफ से खेलते हैं. उन्होंने हाल में संपन्न कूच बिहार ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया था. समित ने इस टूर्नामेंट में 10 पारियों में 3 अर्धशतक लगाते हुए 362 रन बनाए थे. वे शतक से चूके थे. उनका टॉप स्कोर 98 रन रहा था. इस टूर्नामेंट में खेलते हुए भी उनकी बल्लेबाजी को देखकर कई बार फैंस और विशेषज्ञों को उनके पिता राहुल द्रविड़ की याद आई थी.
इस अवधारणा को तोड़ सकते हैं समित
अमूमन देखा गया है कि किसी भी बड़े क्रिकेटर का बेटा अगर क्रिकेट के क्षेत्र में अपना करियर बनाता है तो उसे अपने पिता की तरह सफलता नहीं मिलती. हमारे पास इसके कई उदाहरण मौजूदा हैं. सुनील गावस्कर के बेटे रोहन गावस्कर टीम इंडिया के लिए कुछ मैच खेल सके और बाहर होने के बाद कभी भी उनकी टीम में वापसी नहीं हो सकी क्योंकि उनका प्रदर्शन ही प्रभावी नहीं रहा था. 1983 विश्व कप में भारतीय टीम की जीत के हीरो और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी के बेटे स्टुअर्ट बिन्नी का अंतराष्ट्रीय करियर भी बेहद छोटा था. वे आईपीएल में भी कुछ खास नहीं कर पाए.
जिस बड़े क्रिकेटर के बेटे पर फिलहाल सबकी नजर है वो हैं सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर. अर्जुन का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन तो मिला जुला रहा है लेकिन शायद वे अभी भी अंतराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए तैयार नहीं दिखते हैं. यही वजह है कि आईपीएल में उन्हें बहुत ज्यादा मौके नहीं मिले हैं और जो मौके मिले उसमें वे उम्मीद के अनुरुप प्रदर्शन नहीं कर सके.
बड़े क्रिकेटर्स के बेटे क्रिकेट में सफल नहीं हो पाते. राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के बेटे समित इस अवधारणा को तोड़ सकते हैं. समित अपने पिता की तरह ही गंभीर हैं और धैर्य के साथ बल्लेबाजी करते हैं. फिलहाल वे कर्नाटक की अंडर 19 टीम में शामिल हैं लेकिन लगातार 5 साल से वे जैसी क्रिकेट खेल रहे हैं और जिस तरह का प्रदर्शन उनका रहा है उसे देखते हुए ऐसा लगता है कि वे भविष्य में भारतीय क्रिकेट में एक बड़ा नाम बनकर उभरेंगे.
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