टीम इंडिया (Team India) के पूर्व महान बल्लेबाज और क्रिकेट के भगवान् कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े बल्लेबाजों में से एक है. दायें हाथ के इस छोटे कद के बल्लेबाज के नाम विश्व क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन और सबसे ज्यादा शतक है. सचिन ने करीब 24 सालों के लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया. सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक जमाए जिस रिकॉर्ड को तोड़ पाना लगभग नामुमकिन है. उन्होंने टेस्ट में 15921 और वनडे फॉर्मेट में कुल 18426 रन बनाए.
Sachin Tendulkar ने बताई अपनी 5 बेस्ट वनडे पारी
सचिन तेंदुलकर (Sachin tendulkar) ने अपने पूरे करियर के दौरान कई सारी रिकॉर्डतोड़ पारी खेली. जिसमें वनडे क्रिकेट का पहला दोहरा शतक भी शामिल है. उन्होंने साउथ अफ्रीका (South Africa Team) की मजबूत गेंदबाजी के सामने वनडे क्रिकेट के इतिहास का पहला दोहरा शतक जमाया था. लेकिन अब सचिन ने खुद अपनी 5 बेस्ट पारियों के बारे में बताया है. सचिन तेंदुलकर (Sachin tendulkar) ने पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा,
5 यादगार वनडे पारियां चुनना बहुत मुश्किल है. मैं विश्व कप फाइनल को इस सूची से बाहर रखूंगा क्योंकि यह अहसास शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. आप इसे अन्य मैचों के साथ शामिल नहीं कर सकते क्योंकि यह मेरी जिंदगी का सर्वश्रेष्ठ दिन था.
सेंचुरियन की पारी विश्व कप में मेरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में से एक होगी: सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने अपने टॉप 5 की लिस्ट में पाकिस्तान (Pakistan Cricket Team) के खिलाफ सेंचुरियन में खेली गयी 98 रन की शानदार पारी को रखा हैं. इस मैच में सचिन ने शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) की गेंद पर एक शानदार छक्का लगाया था. इसके अलावा इस लिस्ट में शारजाह में ऑस्ट्रेलिया के मजबूत आक्रमण के खिलाफ 2 शतक भी शामिल है. इस पारी के बारे में बात करते हुए सचिन ने कहा,
वह दबाव वाला मैच था और मैं अपने तरीके से बल्लेबाजी कर सकता था. सेंचुरियन की पारी विश्व कप में मेरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में से एक होगी.
पिता के निधन के तुरंत बाद खेली थी शतकीय पारी
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को यूं ही महान की उपाधि नहीं मिली हुई हैं. उन्होंने मैदान पर कुछ कारनामे किये हुए हैं. जिसकी आज से 100 सालों के बाद भी गुण गाए जाएंगे. इस कड़ी में उन्होंने ब्रिस्टल में केन्या के खिलाफ एक लाजवाब शतकीय पारी खेली थी. और ये शतक उन्होंने अपने पिता रमेश तेंदुलकर (Ramesh Tendulkar) के निधन के तुरंत बाद लगाया था. इस पारी के बारे में बात करते हुए सचिन ने कहा,
मैं घर आया और अपनी मां को देखकर बहुत भावुक हो गया था. मेरे पिता के निधन के बाद वह टूट गई थीं लेकिन उस दुख की घड़ी में भी वह मुझे घर पर रूकने देना नहीं चाहती थी और वह चाहती थीं कि मैं राष्ट्रीय टीम के लिए खेलूं. जब मैंने वह पारी खेली थी तो मैं बहुत ही भावुक अवस्था में था, इसलिए यह मेरी 5 वनडे पारियों में शामिल होगी.