भारतीय पूर्व महान बल्लेबाज और क्रिकेट के भगवान् कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर (Sachin tendulkar) विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े बल्लेबाजों में से एक है. दायें हाथ के इस छोटे कद के बल्लेबाज के नाम विश्व क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन और सबसे ज्यादा शतक है. अपनी बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले इस महान बल्लेबाज ने कई मौके पर अपनी गेंदबाजी से ही ख़ासा प्रभाव छोड़ा है.
ऐसा ही कुछ साल 1993 में हुए हीरो कप (Hero cup) के सेमीफाइनल मुकाबलें में साउथ अफ्रीका (South africa) के खिलाफ देखने को मिला था. जब सचिन (Sachin tendulkar) ने अपनी शानदार गेंदबाजी के दम पर भारतीय टीम को एक रोमांचक जीत दिलाई थी. अब खुद सचिन ने उस लम्हे को याद करते हुए एक बड़ी प्रतिक्रिया दी है.
हीरो कप सेमीफाइनल के आखिरी ओवर में किया था कमाल
भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने 1993 के हीरो कप सेमीफाइनल मुकाबले में अपनी जबरदस्त गेंदबाजी को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है. सचिन तेंदुलकर ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ उस मुकाबले में अपनी बेहतरीन गेंदबाजी को याद किया
.तेंदुलकर ने 24 नवंबर को अपने यू-ट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया. इस वीडियो में उन्होंने बताया कि उस आखिरी ओवर के दौरान उनके दिमाग में क्या चल रहा था. सचिन तेंदुलकर (Sachin tendulkar) को उस मुकाबले में आखिरी ओवर में छह रन डिफेंड करना था और उन्होंने उस ओवर में सिर्फ तीन ही रन दिए थे.
क्राउड ने काफी साथ दिया: Sachin tendulkar
अपने यू-ट्यूब चैनल पर महान सचिन तेंदुलकर (Sachin tendulkar) ने अपने उस आखिरी ओवर को याद करते हुए बताया,
जब हम मैदान में थे तो मैंने मोहम्मद अजहरुद्दीन (Mohammad Azharduddin) से कहा कि मैं इस ओवर में गेंदबाजी कर सकता हूं। हर गेंद और हर रन का बहुत महत्व था, लेकिन क्राउड ने काफी साथ दिया और हर डॉट बॉल पर वो काफी तालियाँ बजा रहे थे. इसकी वजह से साउथ अफ्रीका के ऊपर दबाव बढ़ता गया. मैंने आखिरी गेंद पर यॉर्कर डालने की प्लानिंग कर रखी थी.