अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मास्टर ब्लास्टर के नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) की बल्लेबाजी का कोई सानी नहीं है। वहीं जब बात अंतरराष्ट्रीय शतकों की आती है, तो बहुत ही कम क्रिकेटर हैं जो सचिन तेंदुलकर के करीब हों। वैसे तो सचिन ने बहुत से बल्लेबाजी रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं, लेकिन शतकों के रिकॉर्ड की तो बात ही अलग है।
टेस्ट में 51 और एकदिवसीय में 49 के साथ कुल मिलकर मास्टर ब्लास्टर के नाम 100 शतक दर्ज हैं। वैसे आपको बता दें कि सचिन के नाम सबसे ज्यादा नर्वस नाइंटीज पर भी आउट होने का रिकॉर्ड है। लेकिन, आज हम बात करेंगे sachin Tendulkar की उन पारियों की जब उन्होंने ठीक 100 रन बनाए।
इन मौकों पर sachin Tendulkar ने बनाए ठीक 100 रन
1. बनाम श्रीलंका (टेस्ट मैच, 2009, अहमदाबाद)
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले सचिन तेंदुलकर (sachin Tendulkar) ने हमेशा टीम के लिए जिम्मेदारी भारी पारियां ही खेली हैं। सचिन की टीम ने बहुत कम मौकों पर उनके शतक पूरा करने के लिए टीम का इंतजार किया। इस मैच में कुछ ऐसा ही देखने को मिला।
सचिन पहली पारी में फेल हो गए थे और फिर श्रीलंका ने 760 रन बोर्ड पर टांग दिए। भारत को खेल ड्रॉ करना था और अंतिम दिन टीम सुरक्षित पहुंच गई थी। हालांकि सचिन शतक की कगार पर थे और वीवीएस लक्ष्मण अपने अर्धशतक के करीब थे। सचिन तेंदुलकर ने मैच में 211 गेंदों में नाबाद 100 रन बनाए थे।
2. बनाम दक्षिण अफ्रीका (टेस्ट मैच, 2010, नागपुर)
एक साल बाद 2010 में भी sachin Tendulkar ने अपने टेस्ट में फिर से ठीक 100 रन बनाए। टीम इंडिया को इस मैच में दक्षिण अफ्रीका से पारी और 6 रन से हार का सामना करना पड़ा था। दक्षिण अफ्रीका के पहली पारी में 558 रन बनाने के बाद, भारतीय टीम जवाब में 233 रनों पर ढेर हो गई और फिर उसे फॉलोऑन के लिए कहा गया। सचिन ने पहली पारी में सिर्फ सात रन बनाए, लेकिन दूसरी पारी में भारत के लिए एकमात्र शतक लगाया। भारत ने 319 रन बनाए और यह भी दक्षिण अफ्रीका के पहली पारी के स्कोर को पार पाने के लिए पर्याप्त नहीं था।
3. बनाम पाकिस्तान (एकदिवसीय, 1996, सिंगापुर)
1996 में सिंगर कप ट्राई-सीरीज के तीसरे वनडे मैच में भारत और पाकिस्तान दोनों को फाइनल में पहुंचने के लिए जीत की जरूरत थी। टॉस जीतकर पाकिस्तान ने परिस्थितियों के मुताबिक भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाया। भारत की शुरुआत काफी धीमी रही।
नवजोत सिद्धू के साथ ओपनिंग करते हुए Sachin Tendulkar ने एक छोर पर कब्जा कर लिया, लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे। 100 रन बनाने के बाद तेंदुलकर ने गेंदबाजों पर तेजी से हमला करने की कोशिश की, लेकिन वो दुर्भाग्यशाली रहे और सकलैन मुश्ताक की गेंद पर राशिद लतीफ ने उन्हें स्टंप आउट कर दिया।
4. बनाम ऑस्ट्रेलिया (एकदिवसीय, 1998, कानपुर)
Sachin Tendulkar ने पेप्सी ट्रायंगुलर सीरीज में एक और बार ठीक 100 रन बनाए। इस बार यह कानपुर के ग्रीन पार्क मैदान में अपने पसंदीदा प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था। अजीत अगरकर के चार विकेट झटकने के बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 222 रनों तक ही सीमित कर दिया।
इसके बाद शानदार बल्लेबाजी इकाई के साथ, भारतीय टीम को लक्ष्य का पीछा करना था। गांगुली और सचिन ओपनिंग कर रहे थे और उन्होंने आक्रामक बल्लेबाजी की। शेन वार्न द्वारा सचिन को 100 पर आउट होने से पहले दोनों के बीच 175 रन की साझेदारी हो चुकी थी।
5. बनाम केन्या (एकदिवसीय, 1998, कोलकाता)
एक और त्रिकोणीय श्रृंखला (कोकाकोला ट्रायंगुलर सीरीज) में तेंदुलकर के खाते में ठीक 100 की एक और संख्या दर्ज हो गई। इस त्रिकोणीय श्रृंखला में केन्या और बांग्लादेश शामिल थे। सीरीज के फाइनल मैच में सचिन ने ठीक 100 रन बनाए थे। पहले बल्लेबाजी करने उतरी केन्या की टीम सिर्फ 196 रन ही बना सकी। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत के सलामी बल्लेबाजों सौरव गांगुली और Sachin Tendulkar ने 77 रनों की साझेदारी थी। इसके बाद सचिन और तीसरे नंबर के बल्लेबाज अजय जडेजा ने टीम को जीत दिलवाई। मैच में सचिन ने 100 और जडेजा ने 50 रन बनाए थे।
6. बनाम ऑस्ट्रेलिया (एकदिवसीय, 2003, ग्वालियर)
2003 के विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया द्वारा भारत को हराने के कुछ महीने बाद दोनों टीमें भारत में टीवीएस कप में फिर से भिड़ीं। इस सीरीज में न्यूजीलैंड तीसरी टीम के रूप में शामिल हुआ। इस टूर्नामेंट के दूसरे वनडे मैच में भारत ने 283 रन बनाए थे।
जिसमें सचिन ने ठीक 100 (119 गेंद) रन बनाए थे। उनके साथ ही इस मैच में वीवीएस लक्ष्मण ने भी शतक (134 गेंदों में 102 रन) लगाया था। भारतीय टीम इस स्कोर का बचाव करने में सफल रही और बता दें कि Sachin Tendulkar ने भी एक विकेट लिया था।