Sachin Tendulkar: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ और क्रिकेट के भगवान के नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर ने अपनी बल्लेबाज़ी से दुनिया भर में नाम कमाया है. उनकी शानदार बल्लेबाज़ी से हर कोई वाकिफ है और तकरीबन हर कोई उनका फैन भी है. लेकिन एक चीज़ ऐसी भी है जिससे उनके फैन इतना ज़्यादा परिचित नहीं है, वो है सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) की लव स्टोरी. तो आइये जानते हैं कि आखिर सचिन अपनी धर्म पत्नी अंजलि से कैसे मिले.
Sachin Tendulkar को हुआ था लव एट फर्स्ट साइड
आपको बता दें कि सचिन तेंदुलकर और अंजलि का लव एट फर्स्ट साइड वाला प्यार था. पहली बार दोनों की मुलाकात एक दूसरे से मुंबई के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुई थी. दरअसल, सचिन अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय टूर से वापसी आ रहे थे, और वहीं अंजलि अपनी माँ को रिसीव करने एयरपोर्ट आई थीं. सचिन को देखते ही वहां भीड़ लग गई. उस भीड़ में अंजलि ज़ोर-ज़ोर से सचिन-सचिन चिल्ला रही थीं. ऐसे में सचिन की नज़र अंजलि पर पड़ी और वह हस्ते हुए वहां से निकल गए.
इसके बाद दोनों की मुलाकात एक कॉमन फ्रैंड के घर पर हुई. जिसके बाद असल मायनो में दोनों के बीच रिश्ता बनना शुरू हुआ. इतना ही नहीं बल्कि एक बार सचिन अंजलि और अपने दोस्तों के साथ "रोजा" मूवी देखने के लिए नकली दाढ़ी लगाकर भी गए थे. हालांकि पब्लिक ने उन्हें पहचान लिया था जिसके बाद उन्हें वहां से निकलना पड़ा था.
24 मई 1995 को हुई सचिन और अंजलि की शादी
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और फेमस इंडस्ट्रियलिस्ट अशोक मेहता की बेटी अंजलि ने 5 साल एक दूसरे के साथ बिताने के बाद 24 मई 1995 को शादी के बंधन में बंधने का फैसला किया था. जब दोनों की शादी हुई तो सचिन 22 जबकि अंजलि 28 साल की थीं. इस कपल में पूरे 6 साल का एज डिफ़रेंस है. हालांकि दोनों को इससे बिलकुल फर्क नहीं पड़ता. सचिन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि "अंजलि से असल में मुझे यह सीखने को मिला है कि ईश्वर ने जो दिया है, उसके लिए उनका शुक्रिया अदा करना चाहिए।"
शादी के बाद अंजलि ने त्यागा अपना करियर
12 अक्टूबर 1997 को सचिन और अंजलि को भगवान ने एक नन्हीं परी से नवाज़ा, जिसको आज सब "सारा तेंदुलकर" के नाम से जानते हैं. वहीं 24 सितम्बर 1999 में "अर्जुन" यानी सचिन के छोटे बेटे का जन्म हुआ. जिसके बाद बच्चों की बेहतर परवरिश के लिए अंजलि ने अपना करियर भी त्याग दिया. इसे लेकर उन्हें किसी भी तरह का कोई पछतावा भी नहीं है. वह एक बाल रोग विशेषज्ञ थीं. अंजलि ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा,
“मैं जिस फील्ड से थी, उसमें मुझे पूरा समय देना होता है और तब मैं सचिन से शादी नहीं कर पाती, क्योंकि सचिन लगभग हर चीज के लिए मुझ पर निर्भर थे। यह मेरा फैसला था। मैंने निर्णय लिया और मुझे कभी भी इसका पछतावा नहीं हुआ.”