"शिखर धवन की कदर करो वरना...", केएल राहुल को कप्तान बनाने से खफा है यह दिग्गज, BCCI को भी लगाई फटकार
Published - 13 Aug 2022, 07:06 AM

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जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली जाने वाली वनडे सीरीज के लिए शिखर धवन को कप्तानी से हटा दिया गया है। उनकी जगह केएल राहुल को टीम इंडिया की कमान सौंपी गई है। बोर्ड के इस फैसले से फैंस समेत कई क्रिकेट दिग्गज भी नाखुश हैं। भारत के पूर्व क्रिकेटर Saba Karim भी इन्हीं में से एक हैं। उनका मानना है कि एक सीनियर खिलाड़ी के साथ इज्जत पेश आना चाहिए। साथ ही बीसीसीआई को सलाह देते हुए कहा कि केएल राहुल को कप्तान या उप-कप्तान बनाना महत्वपूर्ण नहीं था क्योंकि वो लंबे समय के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं। इस बारे में उन्होंने और क्या कुछ कहा है आइये जानते हैं।
धवन को कप्तानी से हटाने के फैसले से खफा हैं Saba Karim
वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई तीन मैचों की वनडे सीरीज में शिखर धवन ने बतौर कप्तान काफी शानदार काम किया था। उनकी अगुवाई में मेहमान टीम ने वेस्टइंडीज को 3-0 से क्लीन स्वीप किया था। टीम इंडिया के ऐसे प्रदर्शन को देखने के बाद जिम्बाब्वे सीरीज में रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में शिखर को कप्तान बनाया गया था. लेकिन केएल राहुल के फिट हो जाने के बाद उनसे कप्तानी छीनकर केएल राहुल को सौंप दी गई।
जिसके बाद पूर्व खिलाड़ी इस फैसले से नाखुश दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने बीसीसीआई को फटकार भी लगाई है। पूर्व चयनकर्ता सबा करीम (Saba Karim) ने इस बारे में इंडिया न्यूज स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए कहा,
'केएल राहुल केवल टीम का सदस्य बनकर भी सीरीज खेल सकते थे। उन्हें कप्तान या उप-कप्तान बनाना जरूरी नहीं था। वो लंबे समय के बाद वापसी कर रहे हैं। शिखर धवन टीम के सीनियर सदस्य हैं, जिन्होंने सफेद गेंद क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन किया है। आपने जब एक बार कप्तान की घोषणा कर दी थी तो उसे महत्व देना चाहिए था।'
Saba Karim ने की शिखर धवन की कप्तानी की तारीफ
सबा करीम (Saba Karim) ने आगे कहा कि शिखर धवन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में शानदार नेतृत्व किया। धवन की कप्तानी में भारतीय टीम नियंत्रित नजर आई और उसने कैरेबियाई का 3-0 से क्लीन स्वीप किया। पूर्व खिलाड़ी ने बातचीत को आगे बढ़ाते हुए कहा,
'मैं यह भी कहना चाहूंगा कि शिखर धवन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में भारतीय टीम का शानदार ढंग से नेतृत्व किया। उन्होंने बल्ले से भी दमदार प्रदर्शन किया। भारत ने कई युवाओं के साथ में वेस्टइंडीज का क्लीन स्वीप किया। धवन की कप्तानी में कई युवाओं ने शानदार खेला। धवन भी पूरे नियंत्रण में दिखे। उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया।'
'इससे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास कम हो जाता है'
सबा करीम (Saba Karim) इस बात को लेकर तैयार नहीं हैं कि टीम में कई कप्तान हों या कोई पूर्व कप्तान। करीम को लगता है कि इस तरह के फैसले सोच-समझकर लेने चाहिए क्योंकि इससे खिलाड़ी की भावना प्रभावित हो सकती है। करीम ने इस बारे में बात करते हुए कहा,
'कप्तानी में जिस तरह का बदलाव चल रहा है, वो अलग और सवाल उठाने वाला है। इस तरह के फैसले काफी सचेत होकर लेने की जरूरत है। इसमें किसी जल्दबाजी की जरूरत नहीं क्योंकि यह टीम के माहौल से जुड़ा मामला है। आपको टीम भावना निर्माण की जरूरत है। एक कप्तान आगामी मैचों के बारे में योजना बनाना शुरू करता है और आप अचानक बदलाव करते हैं। इससे क्रिकेटर के हौसले पर असर पड़ता है।'
गौरतलब है पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद से भारतीय टीम ने सात कप्तानों का उपयोग किया है। भारतीय टीम ने श्रीलंका के उस रिकॉर्ड की बराबरी की, जिसने 2017 में सात कप्तानों का इस्तेमाल किया था। बोर्ड के इस फैसले से फैंस के साथ-साथ देश-विदेश के दिग्गज खिलाड़ी भी खफा नजर आए।
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मानवी नौटियाल एक उत्साही और अनुभवी स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट हैं, जिन्हें खेलों की दुनिया से गहरा लगाव है।... रीड मोर