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S Sreesanth: टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी एस श्रीसंत मैदान पर अपने आक्रामक रवैये के लिए जाने जाते थे. वह 2007 और 2011 विश्व कप जीतने वाली टीम इंडिया के सदस्य भी रह चुके हैं. इस बीच विश्व कप विजेता ने टीम इंडिया में उनके साथ होने वाले भेदभाव और नस्लवाद के बारे में खुलासा किया है.
श्रीसंत ने भारतीय क्रिकेट टीम में नस्लवाद और उत्तर भारतीय लॉबी के आरोपों पर प्रकाश डाला. पूर्व खिलाड़ी ने खुलासा किया कि भारतीय टीम में उनके साथी जीवन भर उन्हें मद्रासी कहकर बुलाते थे. पूर्व तेज गेंदबाज ने हाल ही में एक कार्यक्रम में इस बात का खुलासा किया है.
S Sreesanth ने टीम इंडिया के बारे में खुलकर बात की
- दरअसल, हाल ही में टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर एस श्रीसंत (S Sreesanth) ने मशहूर यूट्यूबर रणवीर अहलूवालिया के पॉडकास्ट BeerBiceps में हिस्सा लिया.
- इस दौरान उन्होंने अपने क्रिकेट करियर से जुड़ी कई बातों का खुलासा किया. यहां उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम में झेले गए नस्लवाद का भी जिक्र किया.
- खिलाड़ी ने बताया कि अंडर 13 से लेकर अंडर 19 क्रिकेट करियर के दौरान सभी उन्हें मद्रासी कहकर चिढ़ाते थे.
"मैं जिंदगी भर मद्रासी सुनता रहा हूं" - श्रीसंत
- इस इंटरव्यू में एस श्रीसंत (S Sreesanth) ने बताया कि उन्होंने बचपन से ही क्रिकेट में नस्लीय ताने सुने हैं.
- उन्होंने कहा कि जब वह अंडर-14 खेल रहे थे तभी से उन्हें नस्लीय ताने मिलने लगे थे. उन्होंने कहा मैं पूरी जिंदगी सुनता रहा हूं. लोग मुझे मद्रासी कहकर बुलाते थे. मुंबई के नीचे रहने वाले सभी लोगों को मद्रासी कहा जाता है, जब से मैं अंडर-13, अंडर-14 खेल रहा हूं तब से यही सुन रहा हूं"
ऐसा रहा एस श्रीसंत का करियर
- गौरतलब है कि मद्रासी का इस्तेमाल मुख्य रूप से तमिलनाडु के मूल निवासियों के लिए किया जाता है,
- लेकिन उत्तर भारत में कुछ लोग इसे पूरे दक्षिण भारतीय लोगों के लिए एक गाली के रूप में इस्तेमाल करते हैं. श्रीसंत (S Sreesanth) के करियर की बात करें तो उन्होंने साल 2005 में भारत के लिए डेब्यू किया था.
- उन्होंने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में 90 मैच खेले और 169 विकेट लिए. वह 2011 में विश्व कप जीतने वाली टीम इंडिया का हिस्सा थे। उन्होंने आईपीएल में खेलते हुए 44 मैचों में 44 विकेट लिए हैं
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