भारतीय क्रिकेट टीम के युवा सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) का सितारा इन दिनों बुलंदी पर है, आईपीएल 2021 से सभी की नजर में आने के बाद इस खिलाड़ी ने घरेलू क्रिकेट खासकर पिछले साल की विजय हजारे ट्रॉफी में गजब का प्रदर्शन कर दिखाया था जिसके चलते उन्हें टीम इंडिया में जगह भी दी गई।
हाल ही में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में अपना एकदिवसीय डेब्यू किया था। अब खबर है कि उन्हें सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में महाराष्ट्र टीम की कप्तानी सौंपी गई है। उनकी टीम में कई दिग्गज खिलाड़ी भी शामिल है जिन पर ऋतुराज हुक्म चलाते हुए नजर आने वाले हैं।
Ruturaj Gaikwad सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में करेंगे कप्तानी
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी की शुरुआत 11 अक्टूबर से होने वाली है। महाराष्ट्र की टीम अपना पहला मुकाबला कर्नाटक के खिलाफ खेलने वाली है, ऐसे में महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से इस टूर्नामेंट के लिए अपनी टीम का ऐलान दिया गया है। जिसमें सबसे उल्लेखनीय बात ये है कि ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) को नियुक्त किया गया है।
साथ ही इस टीम में इस समय दक्षिण अफ्रीका वनडे सीरीज में टीम इंडिया के साथ जुड़े हुए राहुल त्रिपाठी शामिल है। वहीं इस साल भारत को अंडर-19 विश्वकप विजेता बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले राजवर्धन हंगरगेकर और विक्की ओस्तवाल भी टीम का हिस्सा है।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए महाराष्ट्र टीम:
रुतुराज गायकवाड़ (कप्तान), आर त्रिपाठी, नौशाद शेख, एस बचव, यश नाहर, पवन शाह, सिद्धेश वीर, वाई क्षीरसागर, ए काज़ी, एस काज़ी, कौशल तांबे, विक्की ओस्तवाल, एम इंगले, ए पालकर, डी हिंगनेकर, राजवर्धन हंगरगेकर , रामकृष्ण घोष.
इंटरनेशनल क्रिकेट में अबतक कुछ खास नहीं कर पाए हैं Ruturaj Gaikwad
घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में भले ही ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) का प्रदर्शन कमाल का रहा है, लेकिन वह अबतक इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने हुनर के साथ न्याय नहीं कर पाए हैं। पहले तो उन्हें केएल राहुल और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के बीच प्लेइंग एलेवन में जगह बनाने का मौका नहीं मिलता है। वहीं अबतक जो उन्हें मौके मिले हैं उन्हें भुनाने में ऋतुराज बुरी तरह फेल हुए हैं।
आंकड़ों की बात करे तो उन्होंने अबतक भारत के लिए 7 टी20 मैच खेले है, जिसमें इस युवा खिलाड़ी के बल्ले से सिर्फ 125 रन निकले हैं। सभी ने कयास लगाए थे कि टी20 नहीं तो वनडे में वह असरदार साबित होंगे, लेकिन 6 अक्टूबर को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पदार्पण पर उन्होंने 42 गेंदों में सिर्फ 19 रन बनाए जो कि भारत की हार का प्रमुख कारण भी बना।