दिलीप ट्रॉफी 2025 में आई ऋतुराज गायकवाड के बल्ले की आंधी , गेंदबाजों की धुनाई कर रनों का लगाया अंबार
Published - 04 Sep 2025, 03:35 PM | Updated - 04 Sep 2025, 03:40 PM

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Ruturaj Gaikwad: भारत में इस समय दलीप ट्रॉफी 2025 खेली जा रही है। टूर्नामेंट अपने अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंचने लगा है। 4 सितंबर से दलीप ट्रॉफी के सेमीफाइनल मैचों की शुरुआत हो चुकी है, जो कि बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सलेंस मैदान में खेले जा रहे हैं। इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया के प्रारंभिक बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) भी खेल रहे हैं, जो कि वेस्ट जोन का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
लंबे समय से टीम में वापसी की उम्मीद लगाए बैठे गायकवाड़ ने सेंट्रल जोन के खिलाफ धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए शानदार शतक ठोक दिया। ऋतुराज (Ruturaj Gaikwad) जब बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आए थे, तब उनकी टीम मुश्किल स्थिति में नजर आ रही थी, लेकिन आक्रामक बल्लेबाजी के लिए मशहूर गायकवाड़ ने सेंट्रल जोन के गेंदबाजों को रिमांड पर लेते हुए उनकी जमकर धुनाई करी।
131 गेंदों पर ठोका शतक
दलीप ट्रॉफी 2025 में वेस्ट जोन की कप्तानी संभाल रहे अनुभवी ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन वेस्ट जोन ने पहले ही ओवर में यशस्वी जायसवाल का विकेट गंवा दिया, जबकि 10 के स्कोर पर हार्विक देसाई भी टीम को संकट में छोड़कर पवेलियन लौट गए।
टीम का दूसरा विकेट गिरने के बाद क्रीज पर गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) उतरे थे। उनके कंधों पर ना सिर्फ टीम के विकेट सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी थी, बल्कि टीम का स्कोर बोर्ड बढ़ाने का दबाव भी गायकवाड़ के कंधों पर ही था। इसके बाद उन्होंने एक छोर संभालते हुए पहले दिन के दूसरे सत्र में 131 गेंदों पर अपने फर्स्ट क्लास करियर का 8वां शतक ठोक दिया।
गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) की यह शतकीय पारी इसलिए भी खास है, क्योंकि वेस्ट जोन में श्रेयस अय्यर (25) और यशस्वी जायसवाल (4) जैसे बड़े सितारे भी थे, लेकिन अहम मैच में वह बिना अपना प्रभाव छोड़े पवेलियन लौट गए। पर गायकवाड़ ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया, और टीम के लिए संकटमोचक का कार्य किया। बता दें कि, खबर लिखे जाने तक गायकवाड़ 121 रन पर नाबाद बल्लेबाजी कर रहे हैं।
बुची-बाबू टूर्नामेंट में ठोका था शतक
महाराष्ट्र के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) इससे पहले बुची बाबू ट्रॉफी टूर्नामेंट में खेलते दिखाई दिए थे, जहां पर उन्होंने हिमाचल प्रदेश क्रिकेट टीम के खिलाफ 133 रन की शानदार शतकीय पारी खेली थी।
गायकवाड़ ने अपनी इस 133 रन की पारी में कुल 144 गेंदों का सामना किया था, जिसमें 10 चौके और 10 गगनचुंबी छक्के शामिल थे। उनकी यह शतकीय पारी इसलिए भी खास थी क्योंकि वह तब चोट से वापसी कर रहे थे, और टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए लगातार बीसीसीआई के दरवाजे खटखटा रहे हैं।
RUTURAJ GAIKWAD SCORED A HUNDRED IN DULEEP TROPHY SEMIS WHEN TEAM WERE 10/2 🥶
— Johns. (@CricCrazyJohns) September 4, 2025
- The Return of Rutu is here, What an excellent knock under pressure in tough situations, this is a huge statement for selectors ahead of the West Indies Test series selection. 💪 pic.twitter.com/zzo3JZiz9d
अब देखना दिलचस्प होगा कि गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) के इस प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम इंडिया में जगह मिलती है या फिर चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और कोच गौतम गंभीर गायकवाड़ को नजरअंदाज कर अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को मौका देते हैं।
Ruturaj Gaikwad का करियर
भारतीय टीम में वापसी की राह तलाश रहे ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने साल 2021 में श्रीलंका के खिलाफ टी20 मुकाबले से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद अगले साल 2022 में उन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे टीम में डेब्यू का मौका मिला। गायकवाड़ ने भारत के लिए 6 वनडे और 23 टी20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश: 115 और 633 रन बनाए हैं।
इस धाकड़ बल्लेबाज ने वनडे में एक फिफ्टी जड़ी है, तो टी20 में वह एक शतक और चार अर्धशतक ठोक चुके हैं। जबकि उनका स्ट्राइक रेट भी टी20 में 143 से ऊपर रहा है, लेकिन इसके बाद भी उन्हें मौके नहीं मिल रहे हैं।
बता दें कि गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) एशियन गेम्स 2023 में टीम इंडिया की कप्तानी कर चुके हैं, और उनके अंडर भारत ने स्वर्ण पदक जीता था। लेकिन साल 2024 में जिम्बाब्वे दौरे से वापस लौटने के बाद उन्हें दोबारा मौके नहीं मिले हैं।
इंटरनेशनल के अलावा 28 साल के ऋतुराज (Ruturaj Gaikwad) महाराष्ट्र के लिए 38 प्रथम श्रेणी मैचों में 41.77 की औसत के साथ 2631 रन बना चुके हैं, जिसमें 8 शतक और 14 अर्धशतक शामिल है। वहीं, 86 लिस्ट ए मैचों में वह 56.15 की दमदार औसत के साथ 4324 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 16 शतक और 17 अर्धशतक निकले हैं।
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