RR: गुजरात टाइटंस ने 29 मई को राजस्थान रॉयल्स (RR) को 7 विकेट से करारी शिकस्त देकर ये सीजन अपने लिए और फैंस के लिए यादगार बना दिया है। राजस्थान (RR) को मात दे गुजरात आईपीएल 2022 की ट्रॉफी अपने घर ले गई। वैसे तो राजस्थान रॉयल्स पूरे ही सीजन अच्छी फॉर्म में नजर आई, लेकिन इस अहम मैच में टीम अलग ही ट्रैक में दिखी।
ये कहना गलत नहीं होगा कि राजस्थान (RR) के रजवाड़ों को गुजरात के शेरो से मात खाने की आदत सी हो गई है। लीग स्टेज हो या क्वालीफायर मैच या फिर सीजन का फ़ीनाले गुजरात ने राजस्थान को मात दी है। पहले बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान रॉयल्स ने 9 विकेट के नुकसान पर गुजरात को महज 131 रनों का टारगेट दिया।
इस लोएस्ट स्कोर का पीछा करते हुए गुजरात टाइटंस ने 19 ओवर में ही टारगेट को हासिल कर लिया। लिहाज राजस्थान (RR) को 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। आईपीएल 2022 का फाइनल मैच राजस्थान ने अपनी ही खामियों की वजह से गंवाया। मैच शुरू होने से लेकर खत्म होने तक टीम के फैसले गलत नजर आए। तो आइए जानते हैं राजस्थान (RR) की तीन वो गलतियाँ जिसकी वजह से उन्हे ट्रॉफी से हाथ धोना पड़ा...
इन 3 गलतियों की वजह से RR न गवाई IPL 2022 की टिमटिमाती हुई ट्रॉफी
टॉस जीतकर कप्तान ने किया गलत फैसला
राजस्थान रॉयल्स की हार का अहम कारण रहा टीम के कप्तान संजू सैमसन का फैसला। इस मुकाबले की शुरुआत राजस्थान रॉयल्स ने की तो टॉस जीतकर थी, लेकिन मैच खत्मट्रॉफी हारकर किया है। टॉस जीतकर संजू सैमसन ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। संजू का ये फैसला उनकी टीम के लिए बिल्कुल भी सही साबित नहीं हुआ।
टीम ने पहले बल्लेबाजे करते हुए पारी की शुरुआत ही बहुत धीरे की। 31 रन बनाते ही टीम ने अपना पहला विकेट खो दिया था। संजू का ये गलर फैसला टीम पर बहुत ही भारी पड़ा। राजस्थान रॉयल्स ने फाइनल मैच में हार्दिक पांड्या की टीम गुजरात टाइटंस के सामने 130 रनों का टारगेट रखा। इस लोएस्ट स्कोर को हासिल करने में पांड्या एंड कंपनी को जायद समय नहीं लगा।
बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन
पावरप्ले में ही राजस्थान रॉयल्स फुससी नहीं आई। रॉयल्स चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ हुए मैच में सलामी जोड़ी यशस्वी जायसवाल और जोस बटलर की ताबड़तोड़ पारी देखने के बाद लग रहा था कि ये जोड़ी इस मैच में भी गुजरात के गेंदबाजों की कमर तो देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और इसका उल्टा ही देखने को मिला।
गुजरात के गेंदबाजों ने इनकी कमर तोड़ दी। 16 गेंदों पर 22 रनों की पारी खेलने के यश दयाल ने यशस्वी को पवेलीयन का रास्ता दिखे तो वही हार्दिक ने भी बटलर को 36 रनों पर ही आउट कर दिया। इसके अलावा मध्यक्रम में भी बल्लेबाजों का बल शांत नजर आया। युवा बल्लेबाज देवदत्त पदीक्कल ने भी फाइनल में प्रभावी परफॉर्मेंस नहीं दी।
टीम के कप्तान जिन्होंने दूसरे क्वालीफायर में अच्छा प्रदर्शन किया था वो भी छोटी से पारी खेल आउट हो गए। टीम के सलामी बल्लेबाज जोस बटलर इस मैच में अपने टीम के लिए हाई स्कॉरर रहें। उनके अलावा कोई भी खिकड़ी ऐसा नहीं रहा जो 22 से ज्यादा का रन स्कोर कर पाया हो। टीम की ऐसी हालत गुजरात के कप्तान हार्दिक पांड्या ने की। उन्होंने राजस्थान की तीन विकेट अपने नाम की।
गेंदबाज नहीं बन पाए विकेट पर दबाव
राजस्थान रॉयल्स और गुजरात टाइटंस के बीच हुए मैच में अगर हम हार के कारणों की बात करें, तो इसमें राजस्थान रॉयल्स (RR) की खराब गेंदबाजी एक सबसे बड़ा कारण रही। इसमें टीम के गेंदबाज विकेट पर दबाव ही नहीं बना पाए। जिसका फायदा गुजरात के शेरो ने बखूबी उठाया।
उन्होंने राजस्थान के गैंबदाज़ों से खूब रन लूटे। वहीं पूरी सीजन फॉर्म में नजर आने वाले युजवेंद्र चहल भी इस मैच में फिसड्डी ही नजर आए। जहां उनसे फैंस को और टीम को उम्मीद थी, उन्होंने भी सबको निराश ही किया। 20 रन लूटा कर बस एक ही सफलता हासिल की।
उनके अलावा प्रसिद्ध कृष्णा ने भी गुजरात के बल्लेबाजों पर रनों की बारिश की। उन्होंने 40 रन खर्च कर एक विकेट अपने नाम किया। इसके अलावा टीम की मिसफील्डिंग भी राजस्थान की हार का कारण बनी। मैच में युजवेंद्र चहल ने पहले ओवर की चौथी गेंद पर ही शुभमन गिल का कैच छोड़ दिया।
इसके बाद शिमरोन हेटमायर ने भी 10 ओवर की पहली गेंद पर गिल का कैच छोड़ा। राजस्थान (RR) की मिसफील्डिंग के चलते शुभमन गिल को 2 जीवनदान मिले और इसके बाद उन्होंने धुआंधार पारी खेलते हुए नाबाद 45 रन बनाए। शुभमन गिल और हार्दिक पांड्या की साझेदारी राजस्थान की हार का कारण बनी।