भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का पहला मुकाबला नागपुर खेला गया। इस मुकाबले में भारतीय टीम ने कंगारू टीम को पारी और 132 रनों से धूल चटाई। इसके साथ ही कंगारू टीम इस सीरीज में 0-1 से पीछ पिछड़ चुकी है। वहीं भारत की तरफ से मैच के हीरो रविंद्र जडेजा रहे। जिन्हें जबरदस्त परफॉर्मेंस करने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया है।
उन्होंने इस मुकाबले में कुल 7 विकेट चटकाए और 70 रनों की बेहद शानदारा पारी खेली। उनकी पारी की बदौलत ही टीम इंडिया को जीत नसीब हुई। हालांकि, दूसरी पारी के दौरान का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) एक असमंजस में दिखाई दिए। जिसके चलते उनमे और अश्विन के बीच नोकझोक भी देखने को मिली।
दुविधा में फंसे Rohit Sharma
दरअसल, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने पहले टेस्ट मुकाबले में पिच की कंडिशन देखते हुए तीन स्पिनर गेंदबाज खिलाने का निर्णय लिया। जो काफी हद तक सही साबित हुआ। इस मुकाबले की दोनो पारियों में स्पिनर गेंदबाजो का बोल-बाला रहा। वहीं पूरे मुकाबले के दौरान भारत की तरफ से स्पिनर गेंदबाजो ने कुल 16 विकेट लिए। जिसमें से सबसे ज्यादा 7-7 विकेट रविंद्र जडेजा और आर अश्विन ने चटकाए।
इसी बीच लाईव मैच के दौरान कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) एक असमंजस में दिखाई दिए। दरअसल, मैच की दूसरी पारी में आर अश्विन अपने 5 विकेट ले चुके थे। चूंकि कप्तान ने अक्षर पटेल, रविंद्र जडेजा और आर अश्विन के रूप में तीन स्पिनर गेंदबाजो को टीम में मौका दिया था तो ऐसे में कप्तान के दिमाग में सवाल उठ रहा था कि गेंद किसे देनी चाहिए।
तभी जडेजा रोहित के पास आए और उनसे गेंद मांगने की जिद्द करने लगे। क्योंकि जडेजा को महज 1 ही विकेट मिला था और उनकी गेंद भी काफी ज्यादा टर्न हो रही थी। इसके बाद कप्तान रोहित ने गेंद जडेजा को थमाई और उन्हें टॉड मर्फी के रूप में विकेट भी मिला।
— Nitin Varshney (@NitinVa90573455) February 11, 2023
Rohit Sharma ने खुद कबूला
मैच के बाद कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने कमेंटेटर इरफान पठान, दीपदास गुप्ता और जतिन सप्रु से बातचीत करते हुए खुलसा किया था कि वह तीन स्पिनर गेंदबाजो के बीच में फंस गए थे। ऐसे में जडेजा उनके पास आते है और अश्विन की जगह खुद गेंदबाजी करने की कहते है। इसी को लेकर रोहित ने कहा कि,
"जडेजा 249 विकेट पर था, वह मुझसे गेंद मांग रहा था, अश्विन 4 विकेट पर था, वह मुझसे गेंद डालने के लिए पूछ रहा था। यही वह चुनौती है जिसका मैं सामना कर रहा हूं, ये दोनो दिग्गज खिलाड़ी बॉल कहा और कैसे डालनी है जानते है और विकेट चटकाने में माहिर है।"
बता दे कि जडेजा ने पूरे मुकाबले में 7 विकेट चटकने के अलावा 70 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी। जिसकी बदौलत टीम एक अच्छा स्कोर करने में कामयाब रही।
भारत ने जीता पारी और 132 रनों से मुकाबला
भारती टीम ने रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की अगुवाई में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में सीरीज की पहली जीत हासिल कर ली है। इस में रोहित शर्मा, रविंद्र जडेजा और आर अश्विन की धुआंधार बल्लेबाजी की बदौलत टीम इंडिया ने पहली पारी में 400 रनों का पहाड़ नुमा और 223 रनों की अजय बढ़त हासिल की थी।
इससे पहले कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। जो कि ज्यादा असरदार साबित नहीं हुआ। पूरी कंगारू टीम महज 177 रनों के स्कोर पर ढ़ेर हो गई। हालांकि, गेंदबाजी में टॉड मर्फी अकेले दम पर भारतीय बल्लेबाजो से लौहा लेते रहे। उन्हें अपने डेब्यू मुकाबले में 7 विकेट मिले। भारत ने यह मुकाबला पारी और 132 रनों से अपने नाम किया।