भारत और पाकिस्तान (IND vs PAK) के बीच 23 अक्टूबर को क्रिकेट के मैदान पर महासंग्राम देखने को मिलेगा. यह मुकाबला मेलबर्न के एतिहासिक ग्राउंड पर खेला जाना है. फैंस इस हाईवोल्टेज मुकाबले का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. अगर बारिश को इस मैच की नजर नहीं लगी तो हर बार की तरह फैंस इस रोमांचक मुकाबले का लुत्फ उठा सकते हैं.
वहीं इस मैच से पहले बड़ी खबर आ रही है कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने प्लेइंग-11 को लेकर अपने सीक्रेट प्लान के बारे में खुलासा किया है. जो बाबर सेना पर भारी पड़ सकती है. क्या है प्लेइंग-11 को लेकर हिटमैन का खास प्लान आइये जानते हैं.
Rohit Sharma ने प्लेइंग-11 को लेकर दी बड़ी प्रतिक्रिया
टीम इंडिया रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी पहली बार टी20 विश्व कप खेल रही है. ऐसे में हिटमैन अपनी कप्तानी का लोहा मनवाते हुए भारत को चैंपियन बनाना चाहेंगे. मगर इससे पहले उन्हें 15 में से 11 ऐसे खिलाड़ियों का चुनाव करना होगा जो इस विश्व कप में अपना जलवा दिखा सकते हैं. कई बार गलत टीम सिलेक्शन के चक्कर में प्लेइंग-11 का संतुलन बिगड़ जाता है और उसका नतीजा हार के रूप में चुकाना पड़ता है. लेकिन रोहित शर्मा पिछले साल की तरह इस विश्व कप में कोई चूक नहीं करना चाहेंगे.
ऐसे में रोहित शर्मा ने भारत और पाकिस्तान (IND vs PAK) के बीच 23 अक्टूबर को मेलबर्न में खेले जाने से पहले बड़ी प्रतिक्रिया है. उन्होंने टीम इंडिया के प्लेइंग-11 को लेकर अपने खास प्लान के बारे में बताते हुए कहा कि "अगर जरूरत पड़ी तो हम अपने हिसाब से हर मैच में अपनी प्लेइंग इलेवन बदलेंगे". वैसे उनकी इस बात से कुछ लोग सहमत हो सकते हैं और कुछ विरोध कर सकते हैं हालांकि रोहित शर्मा का कहना ठीक है. क्योंकि छोटे प्रारूप में कंडीशन के हिसाब से ही हर मैच में प्लेइंग-11 का चुनाव किया जाए तो ज्यादा बेहतर रखेगा.
भारत की जीत गेंदबाजी पर करेंगी निर्भर
टीम इंडिया की गेंदबाजी हमेशा से ही एक कमजोर कड़ी रही है. इस पर खुद कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने एशिया कप के दौरान अपनी चिंता जता चुके हैं. मौजूदा टीम में बुमराह नहीं है. ऐसे में शमी और भुवनेश्वर के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी होगी कि वो को समय-समय पर विकेट लेकर दें. भारतीय गेंदबाजों को अंतिम ओवरों में विपक्षी टीम पर शिकंजा कसना होगा.
अगर ऐसा हुआ तो भारत किसी भी मैच को आसानी से अपने हाथों से जाने नहीं देगा. क्योंकि एशिया कप में श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ 19वां ओवर अच्छा निकल जाता तो इंडिया को फाइनल खेलने से कोई नहीं रोक कर सकता था. हालांकि अतीत की बातों को भूलकर भारतीय गेंदबाजों को भविष्य पर फोकस करना होगा. ताकि पिछली गलतियों से सबक लेते हुए उन कमजोरियों को दूर किया जा सके.