Rohit Sharma: भारत के दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाने का दर्द रोहित शर्मा के चेहरे पर साफ झलक रहा था. लेकिन कप्तान ने कहा कि उन्हें गुरुवार को दूसरे टेस्ट में सात विकेट की जीत पर गर्व है. सेंचुरियन में सीरीज का पहला मैच पारी और 32 रन से हारने के बाद भारत ने शानदार वापसी करते हुए दूसरा टेस्ट 7 विकेट से जीतकर दो मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली.
ये मैच सिर्फ दो दिन में ख़त्म हो गया. तो अब केपटाउन की पिच पर सवाल उठ रहे हैं. ऐसे में मैच के बाद भारतीय कप्तान ने आईसीसी को आड़े हाथों लिया . साथ ही वर्ल्ड कप फाइनल की पिच का भी जिक्र किया. उन्होंने क्या कहा आइये आपको बताते है.
Rohit Sharma ने आईसीसी पर साधा निशाना
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट मैच तीसरे दिन और दूसरा टेस्ट मैच दूसरे दिन ही खत्म हो गया. इन दोनों मैचों के बाद पिच पर एक बार फिर विवाद देखने को मिला. दूसरा मैच जीतने के बाद रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने पिच मुद्दे को लेकर आईसीसी पर निशाना साधा है. साथ ही उन्होंने वर्ल्ड कप फाइनल की पिच को औसत से कम रेटिंग देने के लिए आईसीसी को भी नहीं छोड़ा है. .
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने कहा ,
"मेरा मतलब है कि हमने देखा कि इस मैच में क्या हुआ, पिच कैसी थी. ईमानदारी से कहूं तो मुझे ऐसी पिचों पर खेलने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन जब आप भारत आते हैं तो बिना कुछ कहे या शिकायत किए वहां की पिचों पर अपना मुंह बंद रखें हैं. तब मुझे कोई आपत्ति नहीं है."
रेफरी और आईसीसी को लेकर भारतीय कप्तान ने कहा
केपटाउन की पिच देखकर कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) काफी नाराज हुए. उन्होंने मैच के बाद आईसीसी और मैच रेफरी को भी नहीं बख्शा. उन्होंने कहा,
"मुझे लगता है कि हम जहां भी जाएं तटस्थ रहना महत्वपूर्ण है. खासकर मैच अधिकारी. आप जानते हैं, इस पर नज़र रखना बहुत महत्वपूर्ण है कि कुछ मैच रेफरी पिचों को कैसे रेट करते हैं. मैं अब भी विश्वास नहीं कर पा रहा हूं कि विश्व कप फाइनल की पिच औसत से नीचे है. एक बल्लेबाज ने फाइनल में शतक भी जड़ा. यह ख़राब पिच कैसे हो सकती है? तो ये वो चीजें हैं जिन पर आईसीसी, मैच अधिकारियों को गौर करना चाहिए और इसके आधार पर रेटिंग देनी चाहिए, न कि देशों के आधार पर".
रोहित शर्मा (Rohit Sharma)ने आगे कहा, "इसलिए मुझे उम्मीद है कि वे अपने कान खुले रखेंगे, अपनी आंखें खुली रखेंगे और खेल के उन पहलुओं को देखेंगे . ईमानदारी से कहूं तो हम ऐसी पिचों पर खेलने के लिए खुद को चुनौती देना चाहते हैं. हमें ऐसी पिचों पर खेलने पर गर्व है. लेकिन मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि तटस्थ रहें. '
क्रिस ब्रॉड थे मैच रेफरी
आपको बता दें कि इंग्लैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज क्रिस ब्रॉड इस दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए आईसीसी मैच रेफरी थे. रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के मुताबिक वर्ल्ड बोर्ड पैनल में शामिल रेफरी को 'तटस्थ' होना चाहिए. इस पर नजर रखना महत्वपूर्ण है कि कुछ रेफरी पिचों का मूल्यांकन कैसे करते हैं.
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