भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) अपने करियर शानदार फॉर्म से गुजर रहे है। टी20 विश्व की मनहुसियत फिलहाल उनसे कोसो दूर जा चुकी है। वह एकदिवसीय और टेस्ट क्रिकेट में लगातार शतको का अंबार खड़ा कर रहे है। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में शतक जड़कर आने वाले समय के लिए सभी टीम के गेंदबाजों को सतर्क रहने की सलाह दे दी है।
उनका बल्ला टेस्ट हो या वनडे जमकर विपक्षी गेंदबाजो पर टूट रहा है। इसी बीच रोहित शर्मा ने एक कप्तान के तौर पर एक ऐसा कीर्तिमनान हासिल कर लिए जिसे पूर्व कप्तान महेद्र सिंह धोनी और विराट कोहली समेत कोई भी अन्य भारतीय कप्तान नहीं कर पाया है।
Rohit Sharma बने तीनो फॉर्मेट में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय कप्तान
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में कंगारू गेंदबाजो की धज्जियां उड़ा कर रख दी है। उन्होंने इस मैच में ओवर की पहली गेंद से ही गेंदबाजो पर प्रहार करना शुरू कर दिया था। इसी बीच उन्होंने अपने करियर में 30 शतक वनडे और 9वां शतक आज यानी शुक्रवार को जमाया। इस शतक के साथ ही वह कप्तान के तौर पर तीनो फॉर्मेट वनडे, टी20 और टेस्ट क्रिकेट में शतक जडने वाले भारत के पहले और विश्व के चौथे खिलाड़ी बन गए है।
इससे पहले कप्तान बाबर आजम, फाफ डू प्लेसिस और श्रीलंकाई टीमं के सलामी बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान के नाम है। वहीं वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय बन गए है। उन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट में कीवी टीम, टी20 में श्रीलंकाई टीम और टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बतौर कप्तान शतक जड़ा है।
Rohit Sharma ने इंटरनेशनल क्रिकेट में पूरे किए 43 शतक
हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित शर्मा (Rohit Sharma) लंबे-लंबे छक्के मारने के लिए दुनियाभर में जाने जाते है। उन्हें गेंदबाज करना सबसे मुश्किल माने जाते है। वह गेंदबाजो की धुनाई बिन गिनती के करते है। जिस दिन उनका दिन होता है उस दिन वह किसी भी टीम के गेंदबाजी क्रम को तहस-नहस कर सकते है। उन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट 30, टी20 में 4 और टेस्ट क्रिकेट में 9 शतक ठोक दिए है। वह टी20 में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा 4 शतक जड़ने वाले भी पहले खिलाड़ी है।
Rohit Sharma ने ऑस्ट्रेलिया की उधेड़ी बखिया
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के बल्ले से इन दिनों जमकर रन बरस रहे है। वह न्यूजीलैंड दौरे से ही काफी ज्यादा घातक होते जा रहे है। उन्होंने अपने करियर की सबसे पीक फॉर्म हासिल कर ली है। उन्होंने कंगारू टीम के विरुद्ध पहले टेस्ट मैच में 212 गेंदो का सामना करते हुए 120 रनों की आक्रामक पारी खेली। उनकी इस पारी में 15 चौके और 2 गगनचुंबी छक्के शामिल रहे है।