Rohit Sharma: विराट कोहली के बाद रोहित शर्मा ( Rohit Sharma) को टीम इंडिया नया उत्तराधिकारी घोषित नियुक्त किया गया था. हिटमैन ने अपने कप्तानी के छोटे से नमूने में शानदार लीड़रशिप का पर्दापण किया है. रोहित पहली बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा BGT ट्रॉफी का नेतृत्व कर रहे हैं. इसी बीच उनका एक बयान सामने आया है. जिसमें वह पूर्व कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) की एक बात से असहमति जाहिर की है.
रवि शास्त्री पर बुरी तरह भड़के कप्तान Rohit Sharma
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) जब से टीम इंडिया के कप्तान बने हैं. उन्होंने ऐसा बयान नहीं दिया जो सुर्खियों का विषय बना हुआ हो. लेकिन यह पहली बार जब उन्होंने किसी के बात पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बकवास करार दिया हो. वह शख्स कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) हैं. शास्त्री साल 2014 के बाद सात में से 6 वर्षों तक भारतीय टीम के मुख्य कोच रहे थे. चौथे टेस्ट से पहले जब उनसे कोच की तुलना पर सवाल पूछा गया तो रोहित शर्मा ने जबाव देते हुए कहा,
‘ईमानदारी से कहूं तो जब आप दो मैच जीत जाते हैं तो बाहर के लोगों को लगता है कि हम अति आत्मविश्वास में हैं. यह पूरी तरह से बकवास है, क्योंकि आप सभी चार मैचों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं.’
लोगो का काम कहना कुछ तो लग कहेंगे
इंदौर टेस्ट में मिली हार के बाद लोगों ने टीम इंडिया की रणनीतियों पर सवाल करने शुरू कर दिए हैं. क्योंकि इस मैच में टीम इंडिया का पूरा बैटिंह ऑर्डर ताश के पत्तों का तरह बिखर गया था. जिस पर कप्तान रोहित शर्मा मे अपने खिलाड़ियों का बचाव करते हुए कहा,
''आप दो मैच जीतकर रुकना नहीं चाहते हैं. यह उतना ही सरल है. निश्चित तौर पर यह सभी लोग जब अति आत्मविश्वास की बात करते हैं और विशेषकर तब जबकि वह ड्रेसिंग रूम का हिस्सा नहीं होते हैं तो उन्हें पता नहीं होता है कि ड्रेसिंग रूम में किस तरह की चर्चा हुई.''
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने आगे बातचीत करते हुए कहा
''रवि स्वयं इस ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रह चुके हैं और वह जानते हैं कि जब हम खेलते हैं तो हमारी मानसिकता किस तरह की होती है. यह अति आत्मविश्वास नहीं बल्कि निर्मम बनने से जुड़ा है. निर्मम ऐसा शब्द है जो प्रत्येक क्रिकेटर के दिमाग में आता है और जब विरोधी टीम विदेश दौरे पर हो तो उसे थोड़ा भी मौका नहीं देने से जुड़ा है. जब हम विदेश का दौरा करते हैं, तो हम भी ऐसा अनुभव करते हैं.''