Rohit Sharma: वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का शानदार प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। अब तक टूर्नामेंट की टीम अजय रही है। लगातार 6 जीत के साथ टीम आज (2 नवंबर) श्रीलंका के खिलाफ अपना 7वां मैच खेलेगी। इस मैच को जीतकर भारत सेमीफाइनल में पहुंच जाएगा। ऐसे में टीम का पूरा फोकस इस मैच को जीतकर पहले सेमीफाइनल और फिर फाइनल में खिताब जीतने पर होगा। हालांकि, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का फोकस वर्ल्ड कप जीतने से ज्यादा किसी और चीज पर है। क्या पूरा मामला आइए आपको बताते हैं.
Rohit Sharma ने जताई चिंता
दरअसल, देश के कई राज्यों में इस समय वायु प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी का रहा है। खासकर राजधानी दिल्ली और व्यापारिक शहर मुंबई में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब पाई गई है। इस पर टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने चिंता जताई है। श्रीलंका के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर रोहित ने इस खराब वायु प्रदूषण पर खुलकर बात की। उन्होंने इस खराब प्रदूषण के कारण आने वाली पीढ़ी के बारे में भी बात की।
रोहित शर्माRohit Sharmaने कहा, एक आदर्श दुनिया में आप ऐसी स्थिति नहीं चाहते, लेकिन मुझे यकीन है कि संबंधित लोग ऐसी स्थिति से बचने के लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं। आने वाली पीढ़ी स्वच्छ पर्यावरण की हकदार है। हमारी आने वाली पीढ़ियों, आपके बच्चों, मेरे बच्चों को देखते हुए। जाहिर तौर पर यह महत्वपूर्ण है कि वे बिना किसी डर के रह सकें, जब भी मुझे क्रिकेट के बाहर बोलने का मौका मिलता है या जब क्रिकेट पर चर्चा नहीं होती है तो मैं हमेशा इस बारे में बात करता हूं। हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों के बारे में देखना और सोचना होगा।
BCCI ने उठाया कदम
आपको बता दें कि रोहित शर्मा Rohit Sharmaके अलावा BCCI भी इस मामले चिंतित है। बीसीसीआई ने गुरुवार (2 नवंबर) और सोमवार (6 नवंबर) को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम और दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में होने वाले विश्व कप क्रिकेट मैचों में जीत का जश्न मनाने के लिए पटाखों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है।सचिव जय शाह ने बुधवार को एक मीडिया बयान में कहा कि बीसीसीआई ने हवा की गुणवत्ता में भारी गिरावट के मद्देनजर मुंबई और दिल्ली (नई दिल्ली) में होने वाले मैचों के दौरान पटाखे फोड़ने से परहेज करने का फैसला किया है।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता काफी खराब
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को मुंबई में वायु गुणवत्ता एक्यूआई (एक्यूआई) 172 (मध्यम) थी, जबकि बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स 260 के खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। दिल्ली में इस अक्टूबर में हवा की गुणवत्ता 2020 के बाद से सबसे खराब स्तर पर पहुंच गई थी। दिल्ली की वायु गुणवत्ता बुधवार को लगातार पांचवें दिन 372 वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के साथ "बहुत खराब" श्रेणी में रही।
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