कल भारत ने वनडे फॉर्मेट का 1000वां मैच खेला। यह मैच एक नए दौर की शुरुआत भी है। वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे मैच कप्तान Rohit Sharma की अगुआई में खेल गया। इस मैच में टीम इंडिया के कप्तान रोहित ने पहली बार फुलटाइम कप्तान के तौर पर टीम की कमान संभाली है। इस मैच में भारत को विंडीज के खिलाफ आसान जीत मिली। भारत ने 6 विकेट से जीत हासिल की है। रोहित की टीम पर बहुत ही शानदार कमान थी। पूर्व स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने विराट कोहली और Rohit Sharma की कप्तानी के बीच के अंतर को स्पष्ट किया है।
ओझा का Rohit Sharma और विराट कोहली के लिए बयान
ओझा ने पूर्व कप्तान विराट कोहली और मौजूदा कप्तान Rohit Sharma की कप्तानी के बीच अंतर बताते हुए कहा,
"विराट कोहली इतने ज्यादा ऊर्जावान और अपनी भावनाओं को जाहिर करने वाले खिलाड़ी हैं कि जो भी उनके जैसा खिलाड़ी नहीं होता उसे अपनी बातों को उनके सामने रखने में मुश्किल होती है। संजीदा वक्त में वह खिलाड़ी कप्तान के साथ अपनी बात को कैसे रखना है इस बात का पता ही नहीं होता। लेकिन रोहित शर्मा इतनी ज्यादा उस तरह से भाव को जाहिर करने वालों में से नहीं हैं। उनको इस बात का अच्छे से पता है कि ऐसे हद से ज्यादा गंभीर स्थिति में ही आपको ऐसे खिलाड़ियों का पता चलेगा जो अपने आप में ज्यादा रहते हैं, खुलकर बातों को सामने नहीं रख पाते। यही विराट कोहली और रोहित शर्मा के चरित्र और चीजों को लागू करने के मामले में सबसे बड़ा अंतर है।"
'रोहित के साथ ज्यादा सहज महसूस करते हैं'
विराट कोहली टी20 और ओडीआई दोनों से ही कप्तानी छोड़ चुके हैं। ऐसे में टीम के कप्तान के जगह Rohit Sharma को सौंप दी गई है। पूर्व स्पिनर प्रज्ञान ओझा का मानना है कि खिलाड़ी पूर्व कप्तान विराट कोहली से खुलकर बात करने से हिचकिचाचे थे लेकिन अब वह मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा से खुल कर बात करते है। ओझा ने बताया,
"वैसे तो दोनों (विराट और रोहित) का मकसद टीम के लिए मैच जीतने का है लेकिन कई खिलाड़ी इस बात को कहते हैं कि वो रोहित के साथ ज्यादा सहज महसूस करते हैं। कोई भी नया खिलाड़ी खुलकर सामने आने में वक्त लेता है और मैदान पर उतने ज्यादा भाव नहीं दर्शाने के बाद भी रोहित उनको हद से ज्यादा सहज महसूस कराते हैं। जो शर्मिला खिलाड़ी होता है वह विराट कोहली के चेहते बनाने का तरीके से थोड़ा सा दबा हुआ महसूस करता है। लेकिन रोहित और विराट दोनों का ही सबसे बड़ा लक्ष्य भारतीय क्रिकेट को आगे लेकर जाने का है।"