Rohit Sharma: टीम इंडिया कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के नेतृत्व में 5 अक्टूबर से वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने जा रही है. जिसके लिए 15 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है. इन 15 खिलाड़ियों का सिलेक्सन कप्तान और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर की रेख-देख में किया गया. ताकि बाद में कप्तान यह ना कह सके उन्हें मुंह मांगे प्लेयर नहीं दिए.
प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान रोहित अपनी वर्ल्ड कप की टीम से काफी खुश नजर आए. उन्होंने कहा कि हमने परफेक्ट टीम का चुनाव किया है. हालांकि फैंस लेकर कुछ पूर्व खिलाड़ी उनके स्क्वाड से खुश नजर नहीं आए. वहीं रोहित ने कांस्टेबल के बेटे के बेटे को विश्व कप से बाहर का रास्ता दिखा दिया जो खिलाड़ी वनडे में लगभग 60 की औसत से रन कूट रहा था.
Rohit Sharma और अजीत अगरकर ने इस खिलाड़ी का करियर किया तबाह
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में कई खिलाड़ियों को दबा के मौके दिए. जिसकी वजह से उन आरोप लगते रहे हैं कि वह दोस्ती यारी निभा रहे हैं. लेकिन उनके नेतृत्व में विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson) टीम इंडिया में खेलने के लिए तरस गए हैं. उन्हें एक मैच खिलाकर पूरी सीरीज में बाहर कर दिया जाता है.
ऐसा ही कुछ एशिया कप में देखने को मिला. उन्हें स्क्वाड़ में चुना गया है. लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण उन्हें एक भी मैच में मौका नहीं दिया गया. वहीं अब रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने संजू को विश्व कप 2023 के स्क्वाड़ से बाहर का रास्ता दिखा दिया. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रेस वार्ता में रोहित से संजू को टीम में शामिल नहीं किए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा,
''जब किसी खिलाड़ी को नहीं चुना जाता है तो मुझे पता है कि कैसा महसूस होता है, मैं भी यह सब देख चुका हूं. हमे टीम के लिए जो बेस्ट खिलाड़ी हैं, उन्हें चुनना होता है. जिन्हें टीम में जगह नहीं मिली है उन्हे निराश नहीं होना चाहिए, टीम में जब भी मौका मिले जगह बनाने के लिए तैयार रहना चाहिए.''
संजू के साथ हो रहा है दोहरा व्यवहार
टीम इंडिया केविकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson) का जन्म केरल के तिरुवनंतपुरम जिला में हुआ था. संजू घरेलू क्रिकेट में केरला की टीम के लिए खेलते हैं. बता दें कि उनके पिता सैमसन विश्वनाथ पहले दिल्ली पुलिस में एक पुलिस कांस्टेबल के पद पर नौकरी कर चुके हैं और एक सेवानिवृत्त फुटबॉल खिलाड़ी रहे हैं. जिन्होंने संतोष ट्रॉफी में दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया था और उनकी माँ लिगी विश्वनाथ एक गृहिणी हैं. हर किसी माता पिता का सपना होता है कि उनका बेटा लंबे समय देश की टीम के साथ खेले, लेकिन संजू के साथ हो रहे दोहरे व्यवहार को देखकर उनके माता-पिता को भी काफी दुख होता होगा कि संजू को टीम में मौका नहीं मिल पा रहा है.
संजू सैमसन ने लगभग 60 की औसत से वनडे में कूटे हैं रन
संजू सैमसन (Sanju Samson) ने अपने टैलेंट के दमपर टीम इंडिया में जगह बनाई. लेकिन वह अंदरुनी गुटबाजी की वजह से भारतीय टीम में परमानेंट जगह नहीं बना पाए. इसका मुख्य कारण उनका विकेटकीपर होना है. पहले पंत के होते हुए उन्हें जगह नहीं मिली और अब केएल राहुल, ईशान किशन उनके रास्ते में अड़चन पैदा कर रहे हैं. बता दें कि संजू अब तक 13 वनडे मैचों में 55.71 की औसत से 390 रन बनाए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से तीन अर्धशतक निकले हैं.