6,6,6,6,4,4,4,4,4.... चौथी पारी में ऋषभ पंत का जलवा, कप्तान बनकर ठोके 90 रन, अफ्रीका के खिलाफ दिलाई जीत
Published - 03 Nov 2025, 08:33 AM
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने टेस्ट मैच की चौथी पारी में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रोमांचक जीत दिलाई। कप्तान के रूप में खेलते हुए, पंत ने चौकों और छक्कों से भरी 90 रनों की तूफानी पारी खेली जिसने मैच का रुख पलट दिया।
उनके निडर स्ट्रोकप्ले और चतुर नेतृत्व ने दर्शाया कि वे भारत के सबसे ऊर्जावान क्रिकेटरों में से एक क्यों हैं। इस विकेटकीपर-बल्लेबाज ने उस समय कमान संभाली जब सबसे ज्यादा जरूरत थी और अपनी टीम को एक यादगार जीत दिलाई। प्रशंसकों ने पंत (Rishabh Pant) की विशिष्ट आक्रामकता, दृढ़ निश्चय और मैच जिताऊ प्रतिभा देखी।
चौथी पारी में Rishabh Pant का जलवा
बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ग्राउंड में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए पहले अनऑफिशियल टेस्ट मैच में चौथी पारी में ऋषभ पंत (Rishabh Pant) का जलवा देखने को मिला। जब उन्होंने 90 रन की कप्तानी पारी खेलते हुए टीम इंडिया को जीत दिलाई।
मैच में भारत ए ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, यह फैसला फायदेमंद भी साबित हुआ। ज़ुबैर हमजा के 66 और रुबिन हरमन के 54 रनों के बावजूद, दक्षिण अफ्रीका ए अपनी पहली पारी में 309 रनों पर ढेर हो गई।
कप्तान पंत की टीम ने जवाब में पहली पारी में सिर्फ 234 रन बनाए। एक मामूली स्कोर, लेकिन बाद में खेल का रुख बदलने की उनकी क्षमता को देखते हुए यह पर्याप्त था। गेंदबाजों ने अपना काम बखूबी किया और एक नाटकीय अंतिम मुकाबले के लिए मंच तैयार किया।
जबकि दूसरी पारी में अफ्रीकी टीम बल्लेबाजी को उतरी को भारतीय गेंदबाजों मे कोहराम मचा दिया और पूरी टीम 199 र पर सिमट गई। भारत के लिए तनुष कोटियान ने चार और अंशुल कम्बोज ने तीन विकेट चटकाए।
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Rishabh Pant ने लक्ष्य का पीछा करते हुए बागडोर संभाली
दूसरी पारी में, भारत ए ने 277-7 पर पारी घोषित की, जिससे दक्षिण अफ्रीका ए के सामने 203 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा गया। फिर पंत (Rishabh Pant) का पल आया। लक्ष्य का पीछा करते हुए, उन्होंने 113 गेंदों पर 11 चौकों और चार छक्कों की मदद से शानदार 90 रनों की पारी खेली।
कप्तान के रूप में उनकी नेतृत्वकारी भूमिका ने उनके प्रदर्शन को और भी निखार दिया। Rishabh Pant ने सिर्फ बल्लेबाजी ही नहीं की, बल्कि लक्ष्य का पीछा करने की दिशा भी तय की।
टीम इंडिया को बाद में निचले क्रम में मानव सुथार के नाबाद 20 और अंशुल कंबोज के नाबाद 37 का भरपूर सहयोग मिला, जिसके दम पर लक्ष्य को कुशलता और संयम के प्राप्त कर लिया गया।
दृढ़ता और साझेदारी से जीत पक्की
275 रन के लक्ष्य लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत में लड़खड़ा गई और 119 रन पर अपने 4 विकेट गंवा दिए। लेकिन कप्तान पंत (Rishabh Pant) क्रीज पर टिके रहे और पहले आयुष बडोनी (34 रन) के साथ साझेदारी की, और टीम को लक्ष्य के करीब ले जाने लगे। हालांकि 90 रन के निजी योग पर वो आउट हो गए।
इसके बाद, तनुष कोटिया (23 रन), मानव सुथार (नाबाद 20 रन) और अंशुल कम्बोज (नाबाद 37 रन) ने भारत की जीत की जिद्द को पूरा करने के लिए आखिर तक डटे रहे और जीत को भारत की झोली में डाल दिया।
निचले क्रम के बल्लेबाजों की दृढता ने इंडिया ए को विजयी बनाया लेकिन कप्तान पंत (Rishabh Pant) की जुझारू पारी ने सबका ध्यान खींचा. जब पांव में दर्द के बावजूद वो खेलते रहे। यह टीम के सामूहिक प्रयास की जीत थी, जिसमें अनुशासित गेंदबाजी, चतुर कप्तानी, और समय पर की गई साझेदारियां - जिसने परिणाम सुनिश्चित किया और भारत ए को इस सीरीज में बढ़त दिलाई।
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