भारतीय टीम के उभरते हुए युवा खिलाड़ी ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को विस्फोटक बल्लेबाजी करने के लिए जाना जाता है. उन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से फैंस के दिलों में एक अलग छाप छोड़ी है. फैंस उन्हें मैदान पर इस लिए देखने के लिए जाते हैं ताकि उन्हें चौके और छक्के देखने को मिल सके. वहीं पंत ने लाल बॉल के साथ टेस्ट में अच्छी बल्लेबाजी का नमूना पेश किया है. जिसके चलते पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर और वसीम जाफर ने पंत से ओपनिंग कराने की हिमायत की है.
क्या Rishabh Pant संभाल सकते हैं ओपनिंग का जिम्मा?
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) एक शानदारी खिलाड़ी हैं. इस बात में कोई दो राय नहीं है, क्योंकि यब बात वह अपनी बल्लेबाजी से कई बार सिद्ध कर चुके हैं. हाल ही में एजबेस्टन में खेले गए 5वें टेस्ट में शतक जमा कर बता दिया कि उन्हें हलके में नहीं लिया जा सकता है.
पत जब सफेद बॉल के साथ बल्लेबाजी करने आते हैं तो उनका रोल और बल्लेबाजों से हटके होता है, क्योंकि नंबर 5-6 बल्लेबाजी करने का मतलब साफ है कि पंत को बड़े शॉट्स लगाकर टीम को तेजी के साथ रन बना कर देना. वहीं इस काम को करने के लिए बखूबी जाने जाते हैं.
हालांकि ऋषभ पंत (Rishabh Pant) यह काम पॉवर प्ले में बल्लेबाजी करते हुए भी कर सकते हैं. बड़ा सवाल यह है कि क्या पंत को भविष्य में ओपनिंग करते हुए देखा जा सकता है? जिस पर भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर और वसीम जाफर ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है. गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कहा,
'बिल्कुल भी बुरा विकल्प नही है. सफेद गेंद से खेलने वाले एडम गिलक्रिस्ट ने ऑस्ट्रेलिया के लिए क्या किया. यह सबके सामने है. वो टेस्ट में 6-7 नबंर पर बल्लेबाजी करते थे, लेकिन सफेद गेंद से ओपनिंग करते हुए धुंआधार रन बनाते. ठीक ऐसा ही पंत भी टीम इंडिया के कर सकते हैं. बस उन्हे मौका दिये जाने चाहिए.'
'ओपनिंग करते समय उसके पास टाइम होगा'
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) जब बल्लेबाजी करने के लिए आते हैं तो वह पहली गेंद से ही बड़े शॉट्स लगाना शुरू कर देते हैं. जिसके चक्कर में अपना विकेट गंवा देते हैं. लेकिन, जब वह पारी की शुरूआत करने मैदान में उतरेंगे तो उनके पास अपनी पारी को बिल्ड करने का काफी टाइम होगा, शुरूआत में बड़े हिट लगाने की भी कोई आवश्यकता नहीं होगी. इस पर बात करते हुए गावस्कर ने कहा,
'हम एक फिनिशर के रूप में बात कर रहे हैं. जब बैटिंग के लिए आता है तो गेंद को मारना शुरू कर देता है और सीधे आउट हो जाता है. ओपनिंग में उसे अहसास होगा कि पहली गेंद पर धमाकेदार शुरूआत नहीं करनी है'