Rishabh Pant: एमएस धोनी के बाद अगर किसी विकेटकीपर ने भारतीय क्रिकेट में अपना बड़ा नाम बनाया और तीनों फॉर्मेट में अपनी जगह सुनिश्चित की तो वे थे ऋषभ पंत (Rishabh Pant). तीनों ही फॉर्मेट में इस खिलाड़ी ने अपनी शानदार विकेटकीपिंग और बेहतरीन बल्लबाजी से टीम इंडिया मैनेजमेंट का भरोसा जीता था. उन्हें रोहित शर्मा के बाद टीम इंडिया के अगले कप्तान के रुप में भी देखा जाता था.
2022 में 30 दिसंबर को एक जानलेवा दुर्घटना में बाल बाल बचे पंत पिछले 15 महीने से क्रिकेट से दूर हैं और वापसी के लिए अपनी फॉर्म और फिटनेस पर काम कर रहे हैं. माना जा रहा है कि IPL 2024 से क्रिकेट में उनकी वापसी हो सकती है. अगर पंत ने मजबूत वापसी की तो फिर 3 विकेटकीपर बल्लेबाजों के करियर पर ग्रहण लग जाएगा. आईए जानते हैं कौन हैं ये तीन विकेटकीपर बल्लेबाज ...
केएस भरत
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की इंजरी के बाद टेस्ट क्रिकेट में कप्तान रोहित शर्मा ने पहले पसंद के रुप में केएस भरत (KS Bharat) को मौका दिया और भरपूर मौका दिया लेकिन वे कप्तान और टीम द्वारा मिले मौके का फायदा नहीं उठा पाए. भरत को 7 टेस्ट खेलने का मौका मिला जिसकी 12 पारियों में 20.09 की औसत से वे 221 रन बना पाए. उनका सर्वाधिक स्कोर 44 रहा.
निराशाजनक प्रदर्शन के बाद इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज के पहले 2 टेस्ट के बाद उन्हें टीम इंडिया से ड्रॉप कर दिया गया. ध्रुव जुरेल ने अपने शुरुआती 2 टेस्ट में अच्छा खेल दिखाया है लेकिन ऋषभ पंत की वापसी के बाद जुरेल के लिए मुश्किल बढ़ेगी वहीं भरत के लिए वापसी के रास्ते बंद हो जाएंगे.
ईशान किशन
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की इंजरी के बाद उन्हें तीनों फॉर्मेट में रिप्लेस करने के सबसे तगड़े दावेदार ईशान किशन (Ishan Kishan) थे. उन्हें टेस्ट छोड़ बाकी फॉर्मेट में मौके भी मिले. वे एशिया कप और विश्व कप 2023 की टीम में भी शामिल रहे. फ्लॉप भरत की जगह उन्हें वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज में डेब्यू कराया गया जहां उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था लेकिन साउथ अफ्रीका टेस्ट सीरीज से नाम वापस लेने के बाद उनके बुरे दिन शुरु हो गए हैं.
उन्हें अफगानिस्तान टी 20 सीरीज के बाद इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से बाहर रखा गया. अब उन्हें बीसीसीआई ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी निकाल दिया है. ऐसे में ऋषभ पंत के आने के बाद शायद ही उनके नाम पर विचार किया जाए.
संजू सैमसन
संजू सैमसन (Sanju Samson) में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है लेकिन इस खिलाड़ी को कभी भी भरपूर मौके नहीं दिए गए. उनसे जूनियर पंत, ईशान किशन को भरपूर मौके दिए गए. केएस भरत और ध्रुव जुरेल को टेस्ट डेब्यू करवा दिया गया लेकिन सैमसन के नाम पर विचार नहीं किया गया.
पंत की गैरमौजूदगी में सैमसन को भी टेस्ट फॉर्मेट में मौका दिया जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं किया गया. बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल के खेलने से प्रतिस्पर्धा और बढ़ गई है जो ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की वापसी के मुश्किल पैदा करेगी. ऐसे में पंत के आने राहुल, जितेश और ध्रुव जुरेल की वजह से किसी को सबसे ज्यादा नुकसान होगा तो वे सैमसन होंगे. उनके लिए मौके बहुत कम हो जाएंगे.
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